पूर्णिया: HOLI 2025 गुरुकुलम में इस साल होली का रंग विशेष रूप से अलग और आनंदमय था। युगानुकूल और समाज पोषित पूर्णिया गुरुकुलम में आयोजित होली मिलन समारोह ने समाज के हर वर्ग के लोगों को एक मंच पर लाकर इसे विशेष बना दिया। कार्यक्रम का आयोजन सादगीपूर्ण तरीके से हुआ, जिसमें गीत-संगीत की धुनों पर लोग झूम उठे। इस आयोजन में गुरुकुल संचालन समिति की संयोजिका, डॉ. ज्ञान कुमारी राय की विशेष भूमिका रही, जिन्होंने समारोह के आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना से हुई, उसके बाद गुरुकुलम के छात्रों ने होली गीत प्रस्तुत किए, जिन पर सभी लोग झूमते हुए शामिल हुए। इसके बाद वीरांगना समूह की बहनों ने अपनी बढ़-चढ़कर भागीदारी से उत्साह और उमंग का माहौल बना दिया। आगंतुक अतिथियों ने भी कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति दी और सभी को आनंदित किया।
इस दौरान देश और संस्कृति से संबंधित एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों ने उत्साह से भाग लिया और सही उत्तर देने पर पुरस्कार स्वरूप पेन प्राप्त किए। यह कार्यक्रम न केवल मनोरंजन का एक रूप था, बल्कि यह भारतीय संस्कृति को जानने और समझने का भी एक अवसर था। कार्यक्रम के समापन पर, डॉ. (प्रो.) शिवमुनि यादव ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इसके बाद, उपस्थित लोगों ने एक साथ होली के पारंपरिक पकवान—पुआ, पुड़ी, दही बड़ा आदि का आनंद लिया।
इस रंगीन और उल्लासपूर्ण कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अतिथियों में रूबी कुमारी, सुष्मिता कुमारी, श्याम तपाड़िया, प्रदीप मित्रुका, आदित्य केजरीवाल, डॉ. आलोक कुमार, डॉ. सनोज कुमार, डॉ. आभा कुमारी, नूतन गुप्ता, अमृता प्रियंवदा, प्रियंका कुंवर, गुंजा बेगानी, संजय मिर्धा, दिलीप कुमार, सुषमा कुमारी, अंगद मंडल, विजय मांझी, संतोष रंजन, राजेश कुमार, शुभम कुमार जायसवाल, सुशील भालोटिया, दीपक हिंदुस्तानी, प्रिंस कुमार, राहुल, विनित, रितेश, दीपक कुमार, दिलखुश, वीर, सुमित प्रकाश, मनोज चौहान, बापन साह, शिवशंकर दुबे, अंशु चरैया, आनंद कुमार और आशुतोष कुमार इत्यादि शामिल थे। यह कार्यक्रम एक उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे समाज की विभिन्न जातियों और वर्गों को जोड़कर एकता और भाईचारे का संदेश दिया जा सकता है।
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