प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का योगदान: गणतंत्र दिवस के खास पल
- नई दिल्ली: Republic Day 2025 भारत ने अपना 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। इस ऐतिहासिक मौके पर देशभर में गणतंत्र दिवस के जश्न का माहौल था, जिसमें राष्ट्रपति मुर्मू के नेतृत्व में आयोजित परेड ने एक बार फिर भारतीय एकता, विविधता और सामर्थ्य को प्रदर्शित किया। इस अवसर पर इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल हुए। परेड में भारतीय सेना के विभिन्न अंगों की ताकत और स्वदेशी रक्षा प्रणालियों की ताकत का प्रदर्शन हुआ, जिसमें वायुसेना के 40 विमान, ब्रह्मोस मिसाइल और पिनाका मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम सहित कई अन्य सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन हुआ। उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और साहसिक खेलों पर आधारित झांकी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन की अहमियत को बढ़ाया, जब उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उनके साथ थे। मोदी ने समारोह में कहा कि आज हम संविधान के आदर्शों को संजोते हुए एक सशक्त और समृद्ध भारत की ओर बढ़ रहे हैं। कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और हमारी सैन्य शक्ति को प्रदर्शित किया। इस दिन का महत्व सिर्फ राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महसूस किया गया, जहां विभिन्न देशों के राजनयिकों ने भारत की प्रगति की सराहना की।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 76वें गणतंत्र दिवस के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राष्ट्रपति मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड का उद्घाटन किया, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। मोदी ने अपने संदेश में संविधान की रक्षा और लोकतंत्र की ताकत को बढ़ाने का संकल्प लिया, जो इस दिन की अहमियत को और अधिक बढ़ा गया। इस दिन की सफलता और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए, भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया कि उसका लोकतंत्र और सैन्य शक्ति दिन-प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है।
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