नई दिल्ली: Nitin Gadkari केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में जातिगत राजनीति पर एक अहम बयान दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की असली महानता उसके गुणों पर आधारित होती है, न कि उसकी जाति, धर्म या जेंडर पर। गडकरी ने उदाहरण के तौर पर डॉ. अब्दुल कलाम की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि महानता की कोई जाति या धर्म नहीं होता।
इसके साथ ही उन्होंने 50,000 लोगों के सामने अपनी कही बात को याद किया, जिसमें उन्होंने कहा था, “जो करेगा जाट की बात, उसे कस के मारूंगा लात।” गडकरी ने माना कि इस बयान के कारण उन्हें चुनावों में नुकसान हो सकता था, लेकिन उन्होंने अपने सिद्धांतों पर कायम रहने का विश्वास व्यक्त किया। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा और उद्यमिता के महत्व पर जोर देते हुए युवाओं को नौकरी चाहने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनने की सलाह दी।
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