PURNIA NEWS : कुंदन कुमार जिला पदाधिकारी पूर्णिया की अध्यक्षता में गुरुवार को लू एवं अग्निकांड से बचाव के लिए पूर्व तैयारी एवं की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को जिले के सभी खराब चापकलों की युद्ध स्तर पर मरम्मत करने का निर्देश दिया। साथ ही नगर आयुक्त, नगर निगम पूर्णिया तथा सभी नगर इकाई के कार्यपालक अधिकारियों को शहरी क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था कराने और लू से बचाव हेतु सूचनाओं का प्रदर्शन कराने का निर्देश दिया। सिविल सर्जन पूर्णिया तथा अधीक्षक जीएमसीएच पूर्णिया को सभी सरकारी अस्पतालों में लू से प्रभावित व्यक्तियों के इलाज हेतु विशेष प्रबंध तथा कम से कम दो बेड सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया। सभी चिकित्सा केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में ORS पैकेट, आई वी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया। विशेष रूप से बच्चों, वृद्धों तथा गर्भवती महिलाओं का ध्यान रखने और चल चिकित्सा दल एवं वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस को सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से ORS की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया।
लू से बचाव के लिए क्या करें
जिलाधिकारी ने लू से बचाव हेतु जिला आपदा प्रबंधन द्वारा बताए गए सुझावों पर अमल करने के लिए आम लोगों से अपील की। इनमें प्रमुख हैं – गर्भवती व धात्री महिलाओं का दोपहर में बाहर न जाना, घर में प्रत्यक्ष रूप से आने वाले सूर्य के प्रकाश को अवरुद्ध करना, बार-बार पानी पीना, अधिक तापमान में कठिन काम न करना, तरल पदार्थों का सेवन करना और धूप में निकलने पर शरीर को पूरी तरह से सूती कपड़े से ढंकना। जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हेतु सरकारी ट्यूबवेल के समीप गड्ढा कर पानी इकट्ठा कराने और बीमार पशुओं हेतु अविलंब चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। गर्मी अधिक होने पर मनरेगा तथा अन्य कार्यों में लगे मजदूरों की सुबह तथा अपराह्न 3 बजे से कार्य कराने का निर्देश श्रम अधीक्षक सहित सभी कार्य विभागों को दिया गया। श्रम अधीक्षक को मजदूरों हेतु लू से बचाव के लिए जागरूकता कैंप आयोजित करने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति प्रमंडल पूर्णिया को जीर्ण-शीर्ण तथा ढीले तारों की मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया ताकि आग लगने की संभावना न रहे और गर्मी के मौसम में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। जिला परिवहन पदाधिकारी को सभी वाहन मालिकों से समन्वय स्थापित कर वाहनों में पेयजल तथा ORS की उपलब्धता सुनिश्चित कराने और लू से बचाव के उपायों को प्रदर्शित कराने का निर्देश दिया गया।
अग्निकांड से बचाव की तैयारियां
जिलाधिकारी ने अग्निकांड से बचाव की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आपस में बचाव ही सबसे बड़ी सहायता है। यदि हम सचेत रहेंगे तो आपदा से बचाव होगा और हमें किसी अन्य सहायता की जरूरत नहीं होगी। सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपने क्षेत्र के अग्निशमन वाहनों तथा यंत्रों की क्रियाशीलता जांचने और उन्हें कार्यशील रखने का निर्देश दिया गया। साथ ही, अपने क्षेत्रों में अग्निशमन वाहनों हेतु पानी के स्रोत चिन्हित करने का निर्देश दिया गया ताकि आपदा की स्थिति में पानी भरा जा सके। अग्निकांड से बचाव हेतु सुझावों में – हवा के झोंके तेज होने से पहले ही खाना पकाकर चूल्हे की आग को पूरी तरह बुझाना, बिजली के स्विच बंद करना, ऐसी जगह खाना पकाना जहां हवा का झोंका न लगे, बीड़ी-सिगरेट पीकर इधर-उधर न फेंकना, गांव/मोहल्लों में जल एवं बालू संग्रहण की व्यवस्था रखना, सूती वस्त्र पहनकर खाना बनाना और बच्चों को माचिस या आग फैलाने वाले सामानों के पास न जाने देना शामिल है। आग लगने पर तुरंत अग्निशमन कार्यालय तथा संबंधित अनुमंडल/अंचल अधिकारी से संपर्क करने का निर्देश दिया गया। अग्निकांड की स्थिति में सदर अनुमंडल, धमदाहा अनुमंडल, बायसी अनुमंडल, बनमनखी अनुमंडल, जिला आपदा नियंत्रण कक्ष, जिला नियंत्रण कक्ष और विभिन्न अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारियों के संपर्क नंबर उपलब्ध कराए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य में गर्मी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। पछुआ हवा भी चल रही है। ऐसे में गर्मी के मौसम में ज्यादातर गांवों में अगलगी की घटनाओं की संभावना बढ़ गई है। आग से हमारे घर, खेत, खलिहान एवं जान-माल की भारी क्षति पहुंचती है। हम सब इसे रोक सकते हैं अगर हम थोड़ी सी सावधानी बरतें। बैठक में सभी अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा, वरीय उप समाहर्ता सह जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस, सभी कार्यपालक अभियंता पीएचईडी तथा विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, सभी अंचल अधिकारी तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
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