Education Department : स्कूलों में पढ़ाई जाएगी ब्रम्होस और आकाश मिसाइलों की शौर्य गाथा, इनके ही डर से घुटनों पर आ गया था पाकिस्तान
Education Department : बिहार के स्कूलों में अब छात्रों को भारत की दो सबसे मारक मिसाइलों – ब्रम्होस और आकाश की शौर्य गाथा पढ़ाई जाएगी। शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय गौरव और रक्षा के प्रति सम्मान की भावना जगाने के उद्देश्य से यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सूत्रों के अनुसार, नए पाठ्यक्रम में इन मिसाइलों की विकास यात्रा, उनकी तकनीकी क्षमता और युद्धक प्रदर्शन को शामिल किया जाएगा। विशेष रूप से, छात्रों को यह भी बताया जाएगा कि कैसे इन मिसाइलों की शक्ति के आगे पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा था।
ब्रम्होस: दुश्मन के लिए काल: भारत और रूस के संयुक्त तत्वावधान में विकसित ब्रम्होस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसकी गति और अचूकता दुनिया में बेजोड़ है। यह मिसाइल जमीन, हवा और समुद्र से लॉन्च की जा सकती है और इसकी मारक क्षमता दुश्मन के किसी भी ठिकाने को पल भर में तबाह कर सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रम्होस की तैनाती ने भारत की रक्षा शक्ति को कई गुना बढ़ा दिया है और इसी के डर से पाकिस्तान कई बार हमलों की हिमाकत करने से पहले भी सौ बार सोचता है।
आकाश: आसमान का रक्षक: आकाश एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जिसे भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है। यह मिसाइल दुश्मन के विमानों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोन को मार गिराने में सक्षम है। आकाश मिसाइल प्रणाली भारतीय वायुसेना और थलसेना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसने कई मौकों पर देश की हवाई सीमाओं की रक्षा की है।
माना जा रहा है कि स्कूलों में इन मिसाइलों की शौर्य गाथा पढ़ाने से छात्रों में देशभक्ति और रक्षा बलों के प्रति सम्मान की भावना और मजबूत होगी। यह कदम युवाओं को देश की सुरक्षा और तकनीकी प्रगति के बारे में जागरूक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।