PURNIA NEWS, अभय कुमार सिंह : प्रखंड के भीष्मपितामह के नाम से सुविख्यात एवं पूर्व प्रमुख नरेश सिंह का निधन पटना में इलाज के दौरान रविवार की रात हो गई है । उनके निधन की खबर मात्र से सोमवार को जैसे ही उनका शव गांव पहुंचा, अंतिम-दर्शन को लेकर शुभचिंतकों का तांता लगा रहा । सभी ने उनके पार्थिव शरीर पर फूलमाला चढाकर उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की । वे मोहनपुर गांव के निवासी थे । वे अपने पीछे दो पुत्रों जनार्दन कुमार सिंह, अमर कुमार सिंह एवं दो पुत्री अंजू देवी एवं मंजू देवी का भरापूरा परिवार छोड गए हैं । यह बता दें कि दिवंगत नरेश सिंह 1975 से 1978 तक मोहनपुर पंचायत के मुखिया पद की शोभा बढाते रहे, जबकि 1978 से 2000 तक यानि 22 वर्षों तक प्रमुख के पद पर रहे ।
इस दौरान उन्होंने कई ऐसे कार्य किये , जो यादगार बना रहा । इसमें मोहनपुर को थाना का दर्जा दिलाने तथा प्रखंड बनाने की मुहिम उनके नेतृत्व में चलता रहा । इस संबंध में पूर्व मुखिया अंबिका पासवान बताते हैं कि नरेश बाबू सामाजिक समरसता को हमेशा बढावा देते रहे, कभी किसी से भेदभाव नहीं किया, कुछ इसी कारण उन्हें भीष्म पितामह के नाम से पुकारा जाने लगा । उनके द्वारा कई ऐसे कार्य किये गए, जो हमेशा के लिए यादगार बना रहेगा । उनके निधन से क्षेत्र को काफी क्षति पहुंची है । उनके अंतिम-दर्शन को लेकर जिप सदस्य प्रतिमा सिंह, प्रमुख प्रतिमा कुमारी, सरपंच गौतम कुमार गुप्ता, मुखिया शीला देवी, सांसद सहयोगी प्रेमंिकशोर सिंह यादव सहित सैकडो की संख्या में क्षेत्र के शुभचिंतक मौजूद थे । उनका अंतिम-संस्कार गांव में ही किया गया ।