PURNIA NEWS : पहली सोमवारी को वरुणेश्वर धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब, दो किलोमीटर तक लगा जाम
PURNIA NEWS,आनंद यादुका : पूर्णियाँ प्रमंडल के बाबाधाम के नाम से प्रसिद्ध बाबा वरुणेश्वर धाम में पवित्र सावन माह के पहली सोमवारी को जलार्पण के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा । सोमवारी को जलार्पण के लिए सोमवार की सुबह साढ़े तीन बजे से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगने लगी थी । अहले सुबह चार बजे मंदिर का पट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं का हुजूम बाबा को जलार्पण के लिए मंदिर परिसर में उमड़ पड़ा । श्रद्धालुओं के उमड़े सैलाब को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के मुख्य द्वार पर जहां दंडाधिकारी विवेक कुमार के साथ प्रयाप्त संख्यां में महिला एवं पुरुष बल की तैनाती किया गया था । जबकि मंदिर प्रांगण में दंडाधिकारी राकेश कुमार के साथ भी प्रयाप्त संख्यां में पुलिस जवान जगह जगह तैनात किए गए थे । मंदिर आने वाले सभी मार्गों पर ड्रॉप गेट बनाकर वाहनों की आवाजाही पर पूर्णतया प्रतिबंध प्रशासन के द्वारा लगाया गया था ।
मंदिर में उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़ के वजह से मंदिर आनेवाले सभी मार्गो में दो किलोमीटर से ज्यादा लंबा जाम लग गया था । इसके बावजूद बाबा के प्रति आस्था में कोई कमी नहीं रही । बाबा को जलार्पण के लिए उमड़े श्रद्धालुओं के सैलाब के द्वारा लगाए जा रहे हर हर महादेव एवं बोलबम के गगनभेदी नारों से समूचा वरुणेश्वर धाम क्षेत्र गुंजायमान बना रहा । बाबा को जलार्पण के बाद श्रद्धालुओं के जमकर श्रावणी मेला का आनंद उठाते हुए खरीददारी करने का काम किया । मंदिर कमिटी के तारानंद सिंह ने बताया कि पहली सोमवारी को संध्या तक दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा वरुणेश्वर को जलार्पण करने का काम किया ।
रविवार को एसडीओ ने किया श्रावणी मेला का उद्धघाटन :–
बाबा वरुणेश्वर धाम में एक महीने तक लगने वाले श्रावणी मेला का विधिवत उद्घाटन धमदाहा एसडीओ अनुपम एवं एसडीपीओ संदीप गोल्डी ने मंदिर कमिटी के सदस्यों के साथ फीता काटकर रविवार को किया । वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रावणी मेला उद्घाटन के दौरान मंदिर कमिटी के सभी सदस्यों के साथ साथ काफी संख्यां में श्रद्धालु भी मौजूद थे । वहीं सोमवार को पहली सोमवारी के दौरान उमड़े श्रद्धालुओं के सैलाब को नियंत्रित करने के लिए धमदाहा अनुमंडल प्रशासन के द्वारा बाबा मंदिर में 55 महिला एवं पुरुष जवानों की तैनाती किया गया था । जबकि मंदिर कमिटी के तरफ से भी बड़ी तादाद में वोलेंटियर की तैनाती मंदिर में किया गया था ।