NEW DELHI : पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने मंगलवार को लोकसभा में बिहार की बदहाल स्थिति को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने बाढ़, भ्रष्टाचार, गंगा कटाव और प्रशासनिक लापरवाही जैसे ज्वलंत मुद्दों को उठाते हुए कहा कि बिहार के अधिकांश इलाके हर साल बाढ़ की मार झेलते हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं किया जाता। उन्होंने नवगछिया, कुरसेला, रूपौली, बायसी और अमौर जैसे इलाकों का हवाला देते हुए कहा कि वहां की जनता हर साल तबाही झेलने को मजबूर है। पप्पू यादव ने पटना में जलजमाव की गंभीर स्थिति का उदाहरण देते हुए सवाल उठाया कि “जो अधिकारी राजधानी को नहीं संभाल पा रहे, वे बिहार के ग्रामीण इलाकों का क्या भला करेंगे?” उन्होंने बताया कि 2019 के बाद एक बार फिर पटना डूब गया है, राजेन्द्र नगर जैसे इलाके पानी में समा चुके हैं, जबकि सरकार के नेता और अफसर गहरी नींद में सोए हैं।
सांसद ने गंगा नदी के कटाव को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि शाहपुर के जवईनिया समेत पांच गांव गंगा में समा चुके हैं, लेकिन प्रशासन बेपरवाह है। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार और बालू माफिया गैरकानूनी खनन कर रहे हैं और 9 करोड़ की सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है, जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत है। पप्पू यादव ने पटना नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि करोड़ों की लूट में शामिल माफिया रिशु सिंह को सरकारी संरक्षण में दुबई भगा दिया गया, और सरकार चुपचाप तमाशा देखती रही। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि यह उनका आखिरी साल है, अब वे चुनावी लाभ के लिए रसोइया, आशा और ममता कार्यकर्ताओं को थोड़ी राशि बढ़ाकर जनता की सहानुभूति बटोरना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जनता अब जाग चुकी है और बदलाव की बयार बिहार में तेज हो चुकी है।

