मदुरै: तमिल सिनेमा के मेगास्टार से नेता बने थलपति विजय ने अपनी पार्टी ‘तमिलगा वेत्री कड़गम’ (टीवीके) की शक्ति का जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए तमिलनाडु के विल्लुपुरम ज़िले के विक्रवंडी में एक ऐतिहासिक जनसभा को संबोधित किया, जिसमें करीब 15 लाख लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी — जो राज्य में अब तक किसी भी राजनीतिक रैली का सबसे बड़ा जमावड़ा माना जा रहा है। भारी गर्मी और असुविधाओं के बावजूद लोग शनिवार शाम से ही जुटने लगे थे, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई और प्रशासन को कई टोल प्लाज़ा तक अस्थायी रूप से बंद करने पड़े।

विजय ने अपने भाषण में जातिवाद, परिवारवाद और विभाजनकारी राजनीति पर तीखा हमला बोला और कहा कि कुछ पार्टियाँ द्रविड़ मॉडल के नाम पर जनता को धोखा दे रही हैं। उन्होंने टीवीके की विचारधारा को धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण पर आधारित बताया तथा पेरियार की राह पर चलने का संकल्प दोहराया, हालांकि नास्तिकता से असहमति जताई।

विजय ने तमिल और अंग्रेज़ी को सरकारी भाषा के रूप में स्वीकारने की बात कही और जातिगत जनगणना का समर्थन किया। राजनीति में आने के लिए अपने अभिनय करियर को छोड़ने का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब वह केवल जनता के ‘विजय’ हैं, और पूरी निष्ठा से समाज सेवा करेंगे। रैली में उमड़े जनसैलाब को देखकर राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि 2026 का विधानसभा चुनाव तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ा मोड़ ला सकता है, जहां डीएमके, एआईएडीएमके और बीजेपी को अब टीवीके की नई चुनौती का सामना करना पड़ेगा।


