कटिहार, किशन भारद्वाज: Bihar पूर्णियाँ विश्वविद्यालय के अंतर्गत दर्शन शाह महाविद्यालय, कटिहार में शोध संदर्भ प्रबंधन पर केंद्रित तीन दिवसीय वर्कशॉप का शुभारंभ प्रिंसिपल सर के कर-कमलों द्वारा किया गया। यह वर्कशॉप माननीय कुलपति महोदय के शोध दृष्टिकोण को साकार करने के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। उद्घाटन समारोह में कुलपति महोदय किसी आवश्यक कार्यवश उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित की, जिसे डॉ. अनवर हुसैन ने पढ़कर सुनाया।
प्रारंभ में 45 प्रतिभागियों के साथ शुरू हुआ यह वर्कशॉप, उत्साह और बढ़ती माँग को देखते हुए 70+ प्रतिभागियों तक विस्तारित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. भरत कुमार मेहर ने शोध संदर्भ प्रबंधन उपकरणों के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह वर्कशॉप आने वाले समय में शोध यात्रा के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
कार्यक्रम के दौरान MS Word में संदर्भ प्रबंधन की तकनीक पर विशेष ध्यान दिया गया, जिससे शोधार्थी अपने कार्य को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बना सकें। डॉ. मेहर ने विद्यार्थियों से इस तकनीक का अधिक से अधिक अभ्यास करने का आह्वान किया, ताकि वे इसे अपने शोध कार्य में बेहतर तरीके से उपयोग कर सकें।
कार्यक्रम के सह-आयोजक डॉ. सुमित सिन्हा और तकनीकी सहयोगी डॉ. पंकज कुमार ने वर्कशॉप की सफलता में अहम योगदान दिया। इस अवसर पर धन्यवाद प्रस्ताव डॉ. स्वामीनंदन सर ने प्रस्तुत किया। इस वर्कशॉप के आयोजन से दर्शन शाह महाविद्यालय ने शोधार्थियों के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रस्तुत किया है, जिससे वे आधुनिक संदर्भ प्रबंधन तकनीकों में निपुण हो सकें। प्रतिभागियों में इसे लेकर विशेष उत्साह देखा गया और सभी ने इसे एक उपयोगी एवं मार्गदर्शक अनुभव बताया।
Leave a Reply