Mock Drill : कश्मीर से कन्याकुमारी तक मॉक ड्रिल की तैयारी: हवाई हमले और आग से बचाव का अभ्यास
Mock Drill : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने देश को सतर्क कर दिया है। केंद्र सरकार ने युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए 7 मई को देश के 244 जिलों में व्यापक मॉक ड्रिल का ऐलान किया है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक, यह अभ्यास नागरिकों को हवाई हमले, आगजनी और अन्य आपदाओं से बचाव के लिए तैयार करने का एक बड़ा कदम है।
हवाई हमले की स्थिति में क्या करें?
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को आपात स्थिति में सतर्कता और सुरक्षा उपाय सिखाना है। गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन 2-5 किलोमीटर के दायरे में बजाए जाएंगे। यह सायरन सुनते ही नागरिकों को 5-10 मिनट के भीतर सुरक्षित स्थान जैसे बंकर, तहखाने या मजबूत इमारतों में पहुंचना होगा। प्रशिक्षण में शामिल है:
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सतर्क रहें: सायरन की आवाज सुनते ही शांत रहकर निकटतम सुरक्षित स्थान की ओर बढ़ें।
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खुली जगहों से बचें: खुले मैदानों या सड़कों पर न रुकें, क्योंकि हवाई हमले में ये असुरक्षित हैं।
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संचार: रेडियो या सरकारी अलर्ट सिस्टम के माध्यम से अपडेट्स सुनें।
आग लगने पर क्या करें?
आगजनी जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए भी मॉक ड्रिल में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार:
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तुरंत निकलें: आग की स्थिति में लिफ्ट का उपयोग न करें, सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
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धुआं से बचें: धुएं से बचने के लिए जमीन के पास रेंगते हुए बाहर निकलें और मुंह पर गीला कपड़ा रखें।
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आग बुझाने के उपाय: छोटी आग को बुझाने के लिए अग्निशामक यंत्र (fire extinguisher) का उपयोग करें। यदि आग अनियंत्रित हो, तो तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचित करें।