SAHARSA NEWS – फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पंचायती राज, शिक्षा विभाग एवं जीविका के प्रतिनिधियों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित
SAHARSA NEWS/अजय कुमार – सिविल सर्जन डॉ. कात्यायनी कुमार की अध्यक्षता में रेड क्रॉस सोसाइटी के सभागार में आगामी 10 फरवरी से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा, जीविका, पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। पीरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि नसरीन बानो द्वारा यह प्रशिक्षण दिया गया, जिसका उद्देश्य सभी प्रखंड प्रतिनिधियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार करना था।
इस प्रशिक्षण सत्र में पंचायती राज, जीविका, शिक्षा विभाग के प्रखंड पदाधिकारी, सी.एम., एच.एन.एस., एम.आर.पी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक और पंचायत स्तर पर मुखिया को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के प्रति जागरूक किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य सर्वजन दवा सेवन अभियान के प्रति जागरूकता और क्षमता निर्माण करना था ताकि इस गंभीर बीमारी से बचाव किया जा सके।
सर्वजन दवा सेवन अभियान:
आगामी 10 फरवरी 2025 से शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में आशा दीदी द्वारा घर-घर जाकर 14 दिनों तक दवाइयां वितरित की जाएंगी। अंतिम तीन दिनों में बूथ स्थापित करके स्कूल, कॉलेज, ऑफिस और आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी दवाइयां वितरित की जाएंगी। इस अभियान में डीईसी, आईवरमैक्टिन और एलबेंडाजोल दवाइयां दी जाएंगी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का बयान:
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए यह दवाइयां पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी हैं। सभी विभागों से अपील की गई है कि वे ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर कार्यकर्ताओं का सहयोग करें और दवा का सेवन अनिवार्य रूप से करें ताकि सहरसा को फाइलेरिया मुक्त बनाया जा सके।
फाइलेरिया के बारे में जानकारी:
सिविल सर्जन ने बताया कि फाइलेरिया मादा कुलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है, जिसे हाथी पांव के नाम से भी जाना जाता है। यह लाइलाज बीमारी है और इसका इलाज संभव नहीं है। इसके बचाव के लिए सरकार द्वारा साल में एक बार सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
दवाइयों का वितरण:
- एलबेंडाजोल: 2 वर्ष से ऊपर सभी बच्चों और वयस्कों को एक टैबलेट।
- डी.ई.सी.: 2 से 5 वर्ष के बच्चों को एक टैबलेट, 6 से 14 वर्ष तक दो टैबलेट, और 15 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों को तीन टैबलेट।
- आईवरमैक्टिन: 5 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों को उनकी हाइट के अनुसार दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम में सिविल सर्जन, जिला प्रबंधक विनय रंजन, जिला वेक्टर नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार, जीविका के सुनील कुमार, शिक्षा विभाग के उज्जवल कुमार, स्वास्थ्य विभाग की कंचन कुमारी, पीरामल के जिला प्रतिनिधि नसरीन बानो, प्रोग्राम लीडर आलोक कुमार, अखलेश कुमार, गोपाल कुमार, डी.बी.डी.सी.ओ. ऑफिस के राजेश कुमार, प्रवीण कुमार, राकेश कुमार, शशि और प्रखंड के शिक्षा विभाग, जीविका और पंचायती राज के पदाधिकारी उपस्थित थे।