Purnia News: पूर्णिया में डॉक्टर शिवानी सिंह ‘सीनियर’ और ‘जूनियर’ के नाम पर विवाद गहराया, 35 साल पहले भी हुआ था ऐसा ही मामला
पूर्णिया: Purnia News शहर में एक बार फिर डॉक्टरों के एक जैसे नाम को लेकर बड़ा भ्रम और विवाद खड़ा हो गया है। इस बार मामला डॉक्टर शिवानी सिंह को लेकर सामने आया है। पूर्णिया में चिकित्सा सेवा दे रहीं डॉ. शिवानी सिंह (सीनियर) ने प्रेस वार्ता कर आरोप लगाया है कि एक अन्य महिला चिकित्सक, जिनका वास्तविक नाम डॉ. शिवानी कुमारी है, खुद को “डॉ. शिवानी सिंह” बताकर क्लिनिक चला रही हैं। इससे न सिर्फ मरीज भ्रमित हो रहे हैं, बल्कि उनकी प्रतिष्ठा और मानसिक शांति पर भी गंभीर असर पड़ रहा है।
डॉ. शिवानी सिंह ने बताया कि वे वर्ष 2011 से सरकारी चिकित्सा सेवा में कार्यरत हैं, और 2012 से अपने निजी क्लिनिक “आलोक क्लिनिक” (देवी कॉम्प्लेक्स, लाइन बाजार, पूर्णिया) में भी समय निकालकर मरीजों की सेवा कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दूसरी डॉक्टर, जो कुछ वर्षों पहले पूर्णिया आईं, पहले पोस्टमार्टम रोड और अब बिहार टॉकीज रोड स्थित “आरोग्य आशीर्वाद नर्सिंग होम” नामक क्लिनिक चला रही हैं। जब उनकी पहचान नहीं बन पाई, तो उन्होंने अपने नाम में बदलाव कर “शिवानी सिंह” नाम का प्रयोग शुरू कर दिया, जबकि उनके सभी शैक्षणिक और चिकित्सकीय प्रमाणपत्रों में नाम “शिवानी कुमारी” दर्ज है।
डॉ. शिवानी सिंह (सीनियर) ने कहा कि उन्होंने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग, सिविल सर्जन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) से कई बार शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को सौंपा गया आवेदन भी सार्वजनिक किया है, ताकि तथ्य और साक्ष्य स्पष्ट हो सकें। उन्होंने यह भी बताया कि दूसरी डॉक्टर के क्लिनिक में यदि किसी मरीज की मृत्यु होती है, तो भ्रमवश लोग उनके क्लिनिक पर नाराजगी जताते हैं या धमकी देने लगते हैं। सोशल मीडिया पर भी आरोप उनके नाम से लगाए जाते हैं, जिससे उनकी वर्षों की बनाई छवि को नुकसान हो रहा है।
डॉ. शिवानी ने कहा, “मेरा क्लिनिक अनामिका होटल के बगल में स्थित है और आज तक मेरे यहां किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई है। मैं सिर्फ चाहती हूं कि नाम के मामले में पारदर्शिता और सत्यता बनी रहे।” उन्होंने याद दिलाया कि पूर्णिया में नाम विवाद की यह पहली घटना नहीं है। करीब 35 वर्ष पहले प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. एसपी सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ था, जब एक नए डॉक्टर एसपी यादव ने खुद को “एसपी सिंह जूनियर” कहना शुरू कर दिया था। उस समय एक महीने तक चला विवाद सामाजिक समझौते से सुलझा था।

डॉ. शिवानी सिंह ने स्पष्ट किया कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे कानूनी रास्ता अपनाएंगी। साथ ही प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से अपील की कि डॉक्टरों के नाम को लेकर स्पष्ट और सख्त दिशानिर्देश बनाए जाएं, जिससे भविष्य में किसी चिकित्सक को ऐसी स्थिति से न गुजरना पड़े। उन्होंने कहा कि शहरवासियों और मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को इस मामले में शीघ्र हस्तक्षेप करना चाहिए, ताकि चिकित्सा पेशे की गरिमा और पारदर्शिता बनी रहे।