Madhya Pradesh News : दमोह में महादेव घाट पुल से नदी में गिरी बोलेरो; चार महिलाओं समेत 8 की मौत, कई घायल
Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के दमोह जिले में महादेव घाट पुल पर रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया। एक बोलेरो जीप अनियंत्रित होकर पुल से नीचे नदी में जा गिरी, जिसमें चार महिलाओं समेत आठ लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। यह हादसा देर रात करीब 10:30 बजे हुआ, जब वाहन सागर से दमोह की ओर जा रहा था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिसके कारण बोलेरो पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में गिर गई।
हादसे का विवरण
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें मौके पर पहुंचीं। बचाव कार्य देर रात तक चला, जिसमें शवों को नदी से निकाला गया। मृतकों में चार महिलाएं, तीन पुरुष और एक बच्चा शामिल हैं। घायलों को तत्काल दमोह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस के अनुसार, बोलेरो में कुल 10 लोग सवार थे, जो एक पारिवारिक समारोह से लौट रहे थे। हादसे का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही को प्राथमिक वजह माना जा रहा है। कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि महादेव घाट पुल की रेलिंग पुरानी और कमजोर थी, जिसके चलते वाहन आसानी से नदी में जा गिरा।
प्रशासन का रुख
दमोह के पुलिस अधीक्षक श्रुत किर्ति सोमवंशी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद की जा रही है।”
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50,000 रुपये की मदद की घोषणा की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “दमोह के महादेव घाट हादसे की खबर हृदयविदारक है। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है।”
स्थानीय लोगों की चिंता
महादेव घाट पुल पर पहले भी छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं, जिसके चलते स्थानीय लोग लंबे समय से इसकी मरम्मत और मजबूती की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है कि पुल की रेलिंग और सड़क की स्थिति खराब है, जिसे प्रशासन ने नजरअंदाज किया। एक स्थानीय निवासी रमेश पटेल ने बताया, “यह पुल पुराना है और रात में रोशनी की भी कमी रहती है। अगर समय पर मरम्मत हो जाती, तो शायद यह हादसा टल सकता था।”
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा मध्य प्रदेश में सड़क सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उठाता है। हाल के वर्षों में राज्य में कई बड़े सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें खराब सड़कें, पुराने पुल, और लापरवाह ड्राइविंग प्रमुख कारण रहे हैं। 2023 में खरगोन जिले में एक बस के पुल से गिरने से 15 लोगों की मौत और 2022 में शिवपुरी में एक वैन के नदी में गिरने से चार मजदूरों की जान चली गई थी। ये घटनाएं सड़क और पुलों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
आगे क्या?
पुलिस ने हादसे के संबंध में भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 (लापरवाही से वाहन चलाना) और अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। प्रशासन ने महादेव घाट पुल की स्थिति की जांच के लिए एक समिति गठित करने का ऐलान किया है। साथ ही, सड़क पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
हादसे ने पूरे दमोह जिले में शोक की लहर पैदा कर दी है। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और स्थानीय लोग प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।