New Delhi : टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क का गुस्सा इन दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर उनके शीर्ष व्यापार सलाहकार पीटर नवारो पर फूटा है। मस्क ने हाल ही में नवारो को “मूर्ख” और “ईंटों के बोरे से भी कम अक्ल वाला” कहकर तीखी आलोचना की। यह विवाद तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने 9 अप्रैल 2025 से लागू होने वाली नई टैरिफ नीति की घोषणा की, जिसमें भारत पर 26 फीसदी और चीन पर 104 फीसदी तक का भारी टैरिफ शामिल है। मस्क इस नीति के खिलाफ मुखर हो गए हैं और इसे वैश्विक व्यापार के लिए हानिकारक मानते हैं। लेकिन क्या उनका निशाना सिर्फ नवारो हैं, या ट्रंप भी उनके गुस्से की चपेट में हैं?
मस्क और नवारो का टकराव
मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर नवारो की जमकर खिंचाई की। उन्होंने नवारो के हार्वर्ड से अर्थशास्त्र में पीएचडी को “बुरी बात” करार दिया और कहा कि इससे “अहंकार दिमाग से बड़ा हो जाता है।” मंगलवार को एक पोस्ट में मस्क ने नवारो को “सचमुच मूर्ख” कहा और उनकी आर्थिक समझ पर सवाल उठाए। यह टकराव तब और तेज हुआ जब नवारो ने CNBC पर मस्क को “कार असेंबलर” बताते हुए कहा कि वे सिर्फ अपने कारोबार के हितों की रक्षा करना चाहते हैं, न कि अमेरिकी विनिर्माण को बढ़ावा देना। नवारो ने दावा किया कि ट्रंप की टैरिफ नीति से अमेरिका में नौकरियां बढ़ेंगी, जबकि मस्क इसके उलट “शून्य टैरिफ” और यूरोप के साथ मुक्त व्यापार की वकालत कर रहे हैं।
ट्रंप पर सीधा हमला नहीं, लेकिन असहमति साफ
हालांकि मस्क ने ट्रंप पर सीधे निशाना नहीं साधा, उनकी टैरिफ विरोधी रुख से साफ है कि वे ट्रंप की नीति से सहमत नहीं हैं। मस्क ने पिछले सप्ताहांत ट्रंप से व्यक्तिगत रूप से इस नीति को वापस लेने की अपील की थी, लेकिन ट्रंप ने न केवल इसे ठुकरा दिया, बल्कि चीन पर 50 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ की धमकी भी दे दी। मस्क ने शनिवार को इटली के एक सम्मेलन में कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि अमेरिका और यूरोप शून्य टैरिफ की स्थिति की ओर बढ़ें। यह मेरा ट्रंप को सुझाव रहा है।” इसके अलावा, उन्होंने मशहूर अर्थशास्त्री मिल्टन फ्रीडमैन का एक वीडियो साझा किया, जिसमें मुक्त व्यापार के फायदों की बात थी—यह ट्रंप की संरक्षणवादी नीति के खिलाफ एक अप्रत्यक्ष संदेश था।
मस्क की चिंता: टेस्ला और वैश्विक व्यापार
मस्क की नाराजगी की बड़ी वजह टेस्ला पर टैरिफ का असर है। टेस्ला की आपूर्ति श्रृंखला चीन, जापान और अन्य देशों पर निर्भर है, और ये टैरिफ लागत बढ़ा सकते हैं। साथ ही, अगर चीन जवाबी टैरिफ लगाता है—जहां टेस्ला की दूसरी सबसे बड़ी मार्केट है—तो वहां बिक्री पर असर पड़ सकता है। मस्क पहले भी टैरिफ के खिलाफ बोलते रहे हैं; पिछले साल उन्होंने बाइडेन प्रशासन के चीनी ईवी पर 100 फीसदी टैरिफ की आलोचना की थी।
ट्रंप और मस्क के रिश्ते में दरार?
मस्क ट्रंप के बड़े समर्थक रहे हैं और उनकी सरकार में “डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी” (DOGE) का नेतृत्व कर रहे हैं। लेकिन टैरिफ विवाद ने दोनों के बीच तनाव की आहट दी है। ट्रंप ने अभी तक मस्क और नवारो के झगड़े पर चुप्पी साध रखी है और अपनी नीति को सही ठहराते हुए कहा, “कभी-कभी इलाज के लिए कड़वी दवा लेनी पड़ती है।” मस्क का ट्रंप से सीधा टकराव नहीं हुआ है, लेकिन उनकी नाराजगी नीति के मुख्य शिल्पी नवारो पर केंद्रित है, जो अप्रत्यक्ष रूप से ट्रंप की रणनीति पर सवाल उठाती है।
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