PURNIA NEWS,आनंद यादुका : विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता के लिए विशेष पुनरीक्षण कार्य नव विवाहिताओं के लिए जी का जंजाल बना हुआ है । बहुओं को वोटर बनाने के लिए मायके में कागज ढूंढने की भागदौड़ शुरू हो गयी है । सबसे अधिक परेशानी उन बेटियों को हो रही है जिनके माता या पिता में से किसी एक या फिर दोनों की किसी कारणवश मृत्यु हो गयी है । उनके समक्ष कागजातों को इकठ्ठा करने में काफी परेशानी का सामना करना पर रहा है । पढ़ी लिखी बहुओं के पास तो मैट्रिक सहित अन्य कागजात उपलब्ध हैं , लेकिन वैसे बहुओं को काफी परेशानी का सामना करना पर रहा है जिन्होंने पढ़ाई नहीं कि है । अनपढ़ बहुओं के लिए कागजात इकठ्ठा करना किसी महापरीक्षा से कम नहीं है । दरअसल 1987 के बाद जन्मे लोगों को विशेष पुनरीक्षण कार्य मे माता-पिता का दस्तावेज देना है या फिर 2003 के मतदाता सूची में उनका नाम है तो उसका रेफरेंस देना है । ऐसे में नव विवाहिताओं का नाम जोड़वाने मे ससुरालियों को काफी पसीने बहाने पड़ रहे हैं । वहीं जिनका नाम मतदाता सूची में है उनका नाम कायम रखना भी एक पहाड़ सा दिख रहा है । विशेष पुनरीक्षण कार्य को लेकर घर से बाहर रह कर काम करनेवाले प्रवासी मजदूर भी ज्यादा परेशान बने हुए हैं ।
केस 1.
मम्मी मेरे सर्टिफिकेट खोज कर रखना :-
चौसा की रहनेवाली गुड़िया कुमारी की शादी ब्रह्मज्ञानी में हुई है । वह पिछले चार दिनों से अपने मायके फोन लगाकर कहती है माँ मेरा मैट्रिक का सर्टिफिकेट खोज कर रखना । उसने दसवीं तक ही पढ़ाई की है इसलिए उसकी जरूरत कभी पड़ी नहीं । अब पुनरीक्षण में उसकी जरूरत आन पड़ी है ।
केस 2 .
पापा आप मतदाता सूची से अपना डिटेल्स भेजिये :–
नगर पंचायत की संगीता कुमारी कुमारी का मायके जमालपुर है । हालांकि उसका नाम वोटरलिस्ट में है । लेकिन अब नाम को कायम रखने के लिए मायके से दस्तावेज सबमिट करना है । इसलिए वह पिछले तीन दिनों से अपने पिता को फोन कर कह रही है कि आप 2003 के मतदाता सूची से अपना डिटेल भेजें ।
केस 3.स्कूल से रेहाना का मैट्रिक का प्रमाणपत्र ला दीजिये :–
भुरकुंडा निवासी जुनैद की शादी रानीगंज में हुई है । जुनैद अपने साला को लगातार फोन कर कह रहा है कि भैया आप जरा समय निकालकर स्कूल से रेहाना प्रमाणपत्र भेज दीजिये । उसकी जरूरत आ पड़ी है । यह कहानी घर-घर की बनी हुई है ।