PURNIA NEWS : राज्य स्तरीय नाच उत्सव का समापन – बिहार की समृद्ध लोक संस्कृति का अनूठा प्रदर्शन
PURNIA NEWS : किलकारी बिहार बाल भवन, पूर्णिया में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय नाच उत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत सुबह 6:00 बजे हुई। इस दौरान छात्रों ने योग के गुण सीखने के साथ-साथ संवाद सत्र में लोक नृत्य और शास्त्रीय नृत्य के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में योग गुरु विशेष कुमार और संगीत नाटक अकादमी, भारत सरकार द्वारा उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित बिहार की प्रसिद्ध नृत्य गुरु सुदीपा बोस विशेष रूप से उपस्थित रहीं। शाम के सत्र में स्थानीय स्कूली बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पी.पी. हाई स्कूल, पूर्णिया के छात्रों ने “अपन बिहार” गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया, जबकि रामबाग हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने “टिका खर्चे छै” जैसे लोकगीत पर शानदार प्रस्तुति दी। उफ्रैल मध्य विद्यालय के छात्रों ने धान कटनी को मंच पर दर्शाया, वहीं किलकारी बिहार बाल भवन के बाल केंद्र, किशनपुर के छात्रों ने विवाह संस्कार नृत्य में भारतीय परंपरा के विवाह संस्कार को प्रदर्शित किया। इसके बाद बिहार के विभिन्न प्रमंडलों के प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। दरभंगा प्रमंडल ने “विदेशिया” के माध्यम से पलायन के दर्द को दर्शाया, सहरसा प्रमंडल ने “आंगन में उतरल चांद” गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया, सारण प्रमंडल ने “पूर्वी झूमर” से सबको झुमा दिया, मुंगेर प्रमंडल ने बिहार के गौरव को समेटते हुए “बिहार प्रदर्शनी” प्रस्तुत की और मुजफ्फरपुर प्रमंडल ने राम-सीता की कथा पर आधारित “जुगल जोड़ी सिया निकले” की प्रस्तुति दी।
गया प्रमंडल के छात्रों ने गंगा मैया को नमन करते हुए गंगा से संबंधित गीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया। भागलपुर प्रमंडल ने बिहार की प्रसिद्ध लोक नृत्य “कजरी” की प्रस्तुति दी, जिसे आमतौर पर सावन के महीने में गांव की लोक परंपरा के तौर पर खेला जाता है। पटना प्रमंडल ने कृषि आधारित नृत्य के माध्यम से कृषि के महत्व पर प्रकाश डाला और देश की मजबूती के लिए कृषि के योगदान का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में मेजबान पूर्णिया टीम ने “करमा नृत्य” प्रस्तुत किया, जो आदिवासी समुदाय का महत्वपूर्ण लोक नृत्य है, जिसमें एक पर्व की महत्ता और लोक देवता की पूजा को दर्शाया जाता है। समारोह में सभी प्रतिभागी दलों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एडीएम लोक शिकायत जय चंद्र यादव, डिप्टी कलेक्टर आलोक राज, जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रफुल्ल मिश्र, शिक्षा विभाग के पी. राम भजन तथा राष्ट्रपति पुरस्कृत नृत्य गुरु सुदीपा बोस भी उपस्थित थीं।
कार्यक्रम के अंत में पूर्णिया के सीपीसी त्रिदीप शील ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सभी के सहयोग से संभव हो पाया है। उन्होंने निदेशिका ज्योति परिहार का विशेष आभार व्यक्त किया, जिन्होंने कार्यक्रम को सुचारू रूप से आयोजित करने में मार्गदर्शन किया। साथ ही पूर्णिया जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी का कार्यक्रम में स्वयं पधारना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी ऐसे कार्यक्रम किलकारी पूर्णिया प्रमंडल के संयोजन में होंगे और सभी का सहयोग बना रहेगा।