पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: Purnia News मोहनपुर थाना क्षेत्र के 20 फरवरी की घटना को अभी लोग भुल भी नहीं पाए थे कि एकबार फिर से रविवार को कुत्तों की एक झुंड ने एक छः वर्षीया बच्ची को नोच-नोचकर मौत के घाट उतार दिया है, जिससे लोगों में एकबार फिरसे दहशत व्याप्त हो गया है। यह मामला डोभा पुल के पास एक आंगनबाड़ी में पढ़ने वाली 6 वर्षीया बच्ची को आवारा कुत्तों की झुंड ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया है, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल पैदा हो गया है, वहीं स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्ची नवटोलिया गांव की रूपा कुमारी पिता विपीन कुमार सिंह है तथा वह डोभा पुल के पास स्थित अपने बासा पर पिता के साथ मक्का कटनी में साथ थी, अकेला पाकर कुत्तों ने हमला कर, मौत के घाट उतार दिया है।
इधर मौके पर घटना की खबर पाकर पुलिस पहुंची, परंतु स्वजनों ने अंत्यपरीक्षण कराने से मना कर दिया है। इस संबंध में पीडित पिता विपीन कुमार सिंह ने रोत हुए बताया कि वह डोभा पुल स्थित उसका बथान है तथा वहीं पास में ही उसका खेत है, जिसमें मक्का लगा हुआ है। वह अपने से ही मक्का की कटाई कर रहा था। खेत में उसकी बेटी रूपा भी उसके साथ थी। वह खेत में ही खाना खाकर आराम करने लगा, इसीबीच उसकी बच्ची उसके पाॅकेट से दो रूपये निकालकर चाॅकलेट के लिए सडक पर चली गई। वह कुछ दूर गई होगी कि उसके पुत्र आशीष की जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आयी। वह उस दिशा में दौडा, देखा उसकी पुत्री को लगभग दस कुत्ते हमला कर दिये हैं तथा उसे नोच-खसोट कर रहे हैं। इस दृश्य को देखकर वेलोग सहम गए। उसका पुत्र जो उसे बचाने दौडा, उसपर भी कुत्तों ने हमला बोल दिया। वह किसी प्रकार भागा तथा लाठी लेकर कुत्तों को मारने दौडा, किसी प्रकार बच्ची के पास से हटाया, तबतक उसकी बच्ची को कुत्तों ने नोच-नोचकर मार डाला था।
उन्होंने बताया कि इससे पहले भी उसके पडोसी के यहां रह रहे आवारा कुत्तों ने उसकी एक बकरी को भी खा गए थे, तभी उसके द्वारा कुत्तों को वहां से भगाने की बात कही थी, परंतु पडोसी उसकी बात नहीं माना था, जिसका नतीजा हुआ कि उसकी पुत्री की जान चली गई। उन्होंने भगवान से बडी मन्नत से बेटी मांगा था तथा भगवान से कहा था कि जब बेटी होगी तो , वह बाबाधाम में उसका मुंडन करवाएगा। भगवान ने सुन भी ली, परंतु उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि इस तरह से भगवान उससे छीन भी लेंगे। रूपा की मौत से उसके सभी स्वजन, मां माला देवी छाती पीटकर रो रहे थे। दूसरी ओर कुत्ते की इस जानलेवा हरकत से एकबार फिर से यहां लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है। ठीक इसी तरह 20 फरवरी को भी इसी नाथपुर पंचायत के फुलकिया गांव में आवारा कुत्तों की झुंड ने जवाहर महतो के छः वर्षीय पुत्र करण को नोच-नोचकर मार डाला था। पीडित स्वजनों ने आवारा कुत्तों से छूटकारा दिलाने की मांग सरकार से की है।