PURNIA NEWS : पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव द्वारा हिन्दू संगठनों और सनातन धर्म के खिलाफ दिए गए विवादित बयानों पर विश्व हिन्दू परिषद् (विहिप) और बजरंगदल ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इन संगठनों ने आरोप लगाया कि पप्पू यादव, जो एक सम्मानित सांसद के पद पर हैं, अपने बयान देकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए हिन्दू धर्म और संस्कृति के खिलाफ अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। विहिप और बजरंगदल ने सांसद के बयानों की कड़ी निंदा की और कहा कि उनके द्वारा किये गए बयान से न केवल हिन्दू संगठनों, बल्कि सामान्य जनमानस में भी गहरा आक्रोश फैल रहा है। संगठन ने स्पष्ट तौर पर कहा कि पप्पू यादव के बयान समाज में तनाव और विद्वेष को बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे पूर्णिया का माहौल बिगड़ने का खतरा है। उन्होंने सांसद से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की और कहा कि अगर पप्पू यादव अपने बयान पर खेद नहीं जताते, तो हिन्दू संगठनों द्वारा उनका विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही, पुतला दहन और अन्य विरोध उपायों का भी ऐलान किया गया। इसके अतिरिक्त, विहिप और बजरंगदल ने प्रशासन से यह भी मांग की कि ऐसे बेतुके बयान देने वाले सांसद को बड़े हिन्दू धार्मिक आयोजनों, जैसे रामनवमी शोभायात्रा, में शामिल होने से रोका जाए, ताकि समाज में शांति और सौहार्द बना रहे।
संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि पप्पू यादव एक सुनियोजित साजिश के तहत समाज में विभाजन और तनाव पैदा कर राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहे हैं। विहिप और बजरंगदल ने यह भी कहा कि उनका संगठन किसी भी अन्य धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि उनका उद्देश्य हिन्दू धर्म, संस्कृति, और परंपराओं की रक्षा करना है। वे अपने धर्म की विकृतियों को दूर करने और समाज में शांति और समृद्धि लाने के लिए काम करते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विहिप और बजरंगदल एक राजनीतिक संगठन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक संगठन हैं जो हिन्दू समाज के सशक्तिकरण के लिए कार्य करते हैं। संगठनों ने अंत में यह चेतावनी दी कि अगर पप्पू यादव अपने बयानों पर माफी नहीं मांगते, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा और सांसद के खिलाफ सामूहिक बहिष्कार किया जाएगा। इस विवादित बयान पर आक्रोश व्यक्त करने वालों में विहिप और बजरंगदल के प्रमुख नेता जैसे मृत्युंजय महान, रंजन कुणाल, निलाभ रंजन झा, विनीत भदोरिया, मंतोष कुमार झा और मुकेश कुमार शामिल हैं।