SAHARSA NEWS,अजय कुमार : सावन का महीना बहुत ही पवित्र महिना माना जाता है।भगवान विष्णु जब चातुर्मास मे शयन निंद्रा में चले जाते है तब सृष्टि संचालन भगवान शिव के हाथ संचालित होता है।चातुर्मास का सावन महिना भगवान भोले को समर्पित है।ऐसे में शिवभक्त भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग पर कांवर यात्रा के माध्यम से जलार्पण किया जाता है।इस दौरान देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ शिवलिंग पर अजगैबी नाथ स्थित उत्तर वाहिनी गंगा से गंगाजल लेकर पांव पैदल 110 किमी की कांवर यात्रा कर जलार्पण करते है।उसी प्रकार लोग हरिद्वार,यमुनोत्री एवं गंगोत्री से जल लेकर द्वादश ज्योतिर्लिंग पर जल चढ़ाते है। ठीक उसी प्रकार बाबा अमरनाथ यात्रा भी की जाती है।बताया जाता है कि बाबा अमरनाथ का शिवलिंग बर्फ से स्वत: निर्मित होता है।वही श्रद्धालू हर हर महादेव के नारो के साथ दुर्गम व कठिन पहाड़ एवं गुफा के माध्यम कठिन यात्रा करते है।
अमरनाथ यात्रा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है।तब जाकर सुरक्षा बल के सहारे इस असाध्य रास्ता का सफर तय किया जाता है।सहरसा स्टेशन से अमरनाथ यात्रा हेतु 14 लोगो का एक जत्था गुरुवार को रवाना हुआ।जिसमें भूषण कुमार सिंह, मनी कुमार झा,राहुल राज,सुनील कुमार गुप्ता, जय गुप्ता, रितेश कुमार, सुरेश कुमार सिंह, अभय कुमार बादल, सुमित स्वर्णकार,अजीत प्रशाद,जितेंद्र साह, प्रिंस राज,मिक्कु कुमार, सुमित कुमार, अंशु कुमार, आयुष कुमार, पायल और नेहल प्रिया शामिल हैं।