SAHARSA NEWS,अजय कुमार : जंयती समारोह की अध्यक्षता करते हुए वैश्य समाज सहरसा के जिलाध्यक्ष रामकृष्ण साह उर्फ मोहन साह ने कहा कि स्व बृज बिहारी प्रसाद वैश्य रत्न के नाम से वैश्य समाज के लोगो के बीच जाने जाते थे।उनके नेतृत्व में वैश्य समाज ने पुरे बिहार में अपने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबुत करने का काम किया। वैश्य समाज के उपाध्यक्ष कृष्ण मोहन चौधरी ने सभा को संबोधित कर कहा कि आज अगर वह जिंदा रहते तो बिहार में वैश्य समाज के लोगो को समाजिक राजनैतिक रूप से और मजबूत रहता ।
वैश्य समाज के नगर अध्यक्ष राजकिशोर गुप्ता ने कहा कि बृज विहारी प्रसाद के ही देन है कि आज उन्ही के बनाये हुए संगठन के बल पर विधायक व सासंद बनने का काम किया। वैश्य समाज बिहरा बाजार के साथी सुरेंद्र साह ने कहा कि स्व: बृजबिहारी प्रसाद की प्रासंगिकता इसलिए नहीं है कि वो किसी विशेष जाति से तालुक्क रखते थे, बल्कि इसलिए है कि नब्बे के दशक में जहां पूरे उत्तर बिहार में परंपरागत वर्चश्ववादी गुंडों ने गुण्डई, दबंगता और वसूली, फिरौती का चलन बना डाला था, जिसे बृजबिहारी प्रसाद ने तोड़ा था।
मीडिया प्रभारी नीरज राम उर्फ़ सोनू गुप्ता ने कहा कि वो वैश्य से ज्यादा पिछड़े किसानी समाजों के नेता थे। जिन्होंने अपनी शहादत देकर उनके मान को सम्मान दिया और उनकी आर्थिक और सामाजिक रूप से रक्षा भी की। वैश्य समाज के नेता लोक कलाकार संजय साह ने कहा कि पिछड़े समाज को पढ़ने-लिखने को प्रेरित किया साथ ही उन्हें आत्मिक ताकत दी। जिला के नेता शांति साह ने कहा कि वो लाठी में तेल पिलाने से ज्यादा कलम को ताकतवर बनाने की बात करते थे। सौर प्रखंड के नेता राजीव कुमार ने कहा कि पिछड़ों और वंचितों के सर्वमान्य नायक थे। इस जंयती समारोह में कृष्ण मोहन साह, मनोज मिलन, राजेश साह, मनीष कुमार, मनोज साह, शशि सोनी आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बृजबिहारी प्रसाद जी के आदर्श पर चलकर हमलोगो को समाज को संगठित कर समाज हित मे आगे बढ़ने का कार्य करना चाहिये यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।