SAHARSA NEWS,अजय कुमार : राष्ट्रीय वैश्य महासभा के युवा अध्यक्ष डॉo शशांक सुमन विक्की ने कहा कि बिहार सरकार बहुत सारे नए- नए बोर्ड एवं आयोग का लगातार गठन कर रही है, लेकिन अतिपिछड़े वर्ग अथवा वैश्य समुदाय की सबसे ज्यादा आबादी वाली तेली जाति के लिए तेली घानी विकास बोर्ड का गठन अब तक नहीं किया गया है। अन्य राज्य राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा तेली घाणी विकास बोर्ड का गठन पहले किया गया है। बिहार सहित देश के अलग अलग हिस्सों में तेली समाज की बड़ी आबादी है। आबादी का बड़ा हिस्सा भाजपा को वोट देता है।
हम राज्य सरकार से मांग करते हैं बिहार राज्य में तेली घाणी विकास बोर्ड के गठन एवं पीएम नरेंद्र मोदी से राष्ट्रीय तेली बोर्ड के गठन जल्द करें।शशांक विक्की ने कहा की तेली समाज की बड़ी आबादी देश भर के विभिन्न राज्यों में है। बिहार में भी करीब 7 प्रतिशत तेली समाज के लोग हैं जिनकी सबसे बड़ी आबादी अपने परंपरागत कार्य तेल घाणी पेरना है। पहले कोल्हू अब छोटे-छोटे एक्सपेलर मशीन से तेल निकालकर अपना पेशा चलाते हैं। आज व्यवसायीकरण की दौर बड़ी-बड़ी कम्पनियों के आ जाने से इस काम को प्रभावित किया है और तेली समाज का बड़ा हिस्सा इससे पेशागत दृष्टिकोण से आर्थिक रूप में कमजोर हुआ है।आज तेली समाज के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक प्रगति के लिए जरूरी है की इश बोर्ड का गठन किया जाय।