नई दिल्ली: Tahawwur Rana Investigation मुंबई 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड माने जा रहे तहव्वुर हुसैन राणा को लेकर अमेरिका और भारत के बीच कूटनीतिक हलचल तेज हो गई है, जहां राणा के वकील जॉन डी. क्लाइन ने जनवरी में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो को ईमेल भेजकर प्रत्यर्पण रोकने की अपील की थी, लेकिन यह कोशिश नाकाम रही। वकील ने स्वास्थ्य समस्याओं और भारत में कथित यातना का हवाला दिया, मगर अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत की कानूनी व्यवस्था और संयुक्त राष्ट्र की एंटी-टॉर्चर संधि के पालन को देखते हुए इस आधार को खारिज कर दिया।
मेल ट्रेल में साफ तौर पर रुबियो के कार्यालय की ओर से प्रत्यर्पण पर असहमति जताई गई, जिसे भारत-अमेरिका सहयोग और 26/11 पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अमेरिका से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद राणा को दिल्ली लाया गया, जहां अदालत ने उसे एनआईए की 18 दिनों की हिरासत में भेज दिया है और अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी उससे मुंबई हमलों की साजिश को लेकर गहन पूछताछ कर रही है।