पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: मोहनपुर प्रखंड के स्वतंत्रता सेनानी चमरू मंडल क्रीड़ा मैदान में आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग में स्वामी विमलानंद जी महाराज ने अपने प्रेरणादायक प्रवचन से श्रद्धालुओं को आत्मिक जागरण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि ध्यान और साधना के माध्यम से मनुष्य अपने भीतर के अंधकार को दूर कर परमपिता परमेश्वर से मिलन कर सकता है। स्वामी जी ने बताया कि प्रतिदिन बारह सेकेंड तक दोनों नेत्रों और मन को त्रिकुटी पर केंद्रित करने से भक्त को प्रकाश विंदु का अनुभव होता है, जो धीरे-धीरे ब्रह्म रूप का दर्शन कराता है और अंततः मोक्ष की प्राप्ति तक पहुंचाता है।

उन्होंने कहा कि झूठ, चोरी, नशा, हिंसा और व्यभिचार जैसे पंच महापापों से मुक्त होकर ही ईश्वर की प्राप्ति संभव है। स्वामी जी ने लोगों से आग्रह किया कि वे संतों की शरण में आकर ध्यान-साधना करें और अपने जीवन को पवित्र बनाएं। आयोजन गजाधर मंडल उर्फ गजेन्द्र मंडल सहित स्थानीय सत्संग प्रेमियों के सहयोग से सम्पन्न हुआ। सत्संग स्थल पर क्षेत्रभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े, जिससे पूरे इलाके में भक्ति और अध्यात्म की सुगंध फैल गई।

