UNESCO: गीता और नाट्यशास्त्र को मिला वैश्विक सम्मान, पीएम मोदी बोले – हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण
नई दिल्ली: UNESCO प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीमद्भगवद्गीता और भरत मुनि के नाट्यशास्त्र को यूनेस्को के ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर’ में शामिल किए जाने पर खुशी जताई है और इसे हर भारतीय के लिए गर्व का पल बताया है। पीएम मोदी ने कहा कि ये कालजयी ग्रंथ न सिर्फ भारतीय सभ्यता के स्तंभ हैं, बल्कि उन्होंने वैश्विक चेतना को भी प्रभावित किया है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि की जानकारी दी और कहा कि यह सम्मान भारत की शाश्वत बुद्धिमत्ता और कलात्मक समृद्धि का वैश्विक उत्सव है। ‘मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर’ यूनेस्को द्वारा दस्तावेजी धरोहरों के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए 1992 में शुरू किया गया एक कार्यक्रम है, और अब इसमें भारत के कुल 14 अभिलेख शामिल हो चुके हैं। यह उपलब्धि विश्व धरोहर दिवस के मौके पर भारत की सांस्कृतिक विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिली एक नई पहचान के रूप में देखी जा रही है।