गाजियाबाद: अणुव्रत समिति गाजियाबाद ने “संस्कार, सेवा और संकल्प” की त्रिवेणी के साथ नई ऊर्जा और उत्साह के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की। ओसवाल भवन, नई दिल्ली में आयोजित प्रथम बैठक में नवमनोनीत अध्यक्ष विशाल संचेती की अध्यक्षता में समिति की दिशा तय की गई। इसी अवसर पर शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित हुआ, जो अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुव्रती मुनि श्री उदित कुमार जी ठाणा-3 के पावन सान्निध्य में सम्पन्न हुआ।
समारोह की शुरुआत मुनि श्री के आशीर्वचन और अणुव्रत गीत से हुई, जिसने उपस्थितजनों में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम में अणुविभा के मुख्य न्यासी तेजकरण सुराणा, उपाध्यक्ष डॉ. कुसुम लुनिया, सह मंत्री सुरेंद्र नाहाटा, पूर्व महामंत्री भीखम चंद सुराणा, कार्यकारिणी सदस्य डॉ. धनपत लुनिया, शाहदरा सभा अध्यक्ष राजेंद्र सिंघी, ओसवाल समाज अध्यक्ष आनंद बुच्चा, नव-निर्वाचित संरक्षक अमृतलाल नौलखा और नए मीडिया इंचार्ज अमित गांधी सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। पूर्व अध्यक्षा कुसुम सुराणा ने विशाल संचेती को अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई और पूर्ण विश्वास के साथ समिति की जिम्मेदारी सौंपी।
इसके बाद संचेती ने अपनी कार्यकारिणी को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुनि श्री ने अपने संबोधन में समिति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का आह्वान किया, वहीं मुख्य न्यासी तेजकरण सुराणा ने अणुव्रत आंदोलन के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने के संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम का सफल संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष शरद वार्ष्णेय ने किया। यह समारोह केवल एक औपचारिक नियुक्ति नहीं, बल्कि अणुव्रत विचारधारा को समाज में नई दिशा देने की मजबूत शुरुआत बन गया।