पूर्णिया

PURNEA NEWS : पूर्णिया में बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा: DM ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश, नावों से लेकर शरणस्थलों तक की होगी जांच

PURNEA NEWS : पूर्णिया जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार (भा०प्र०से०) ने आज आगामी बाढ़ के मद्देनजर जिला भू अर्जन पदाधिकारी के साथ मिलकर बाढ़ पूर्व तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक के दौरान, संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की सूची को तुरंत अद्यतन करने का निर्देश दिया गया।

तटबंधों की जांच और ड्रोन फुटेज:

समीक्षा के दौरान प्रभारी पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन ने बताया कि सदर अनुमंडल को छोड़कर अन्य सभी अनुमंडलों से तटबंधों की संयुक्त जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। जिला पदाधिकारी ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी को भी जल्द से जल्द तटबंधों की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त, नदियों के तटबंधों और उनके किनारे स्थित घरों की ड्रोन फुटेज प्राप्त करने का भी निर्देश दिया गया, ताकि जमीनी हकीकत का पता चल सके।

मॉनिटरिंग और राहत सामग्री:

आपदा प्रबंधन प्रभारी ने बताया कि सभी 14 प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र स्थापित और कार्यरत हैं, जिनकी क्रॉस-जांच के आदेश दिए गए। नदियों के बढ़ते जलस्तर की निगरानी के लिए सभी क्षेत्रीय कर्मियों, प्रशिक्षित गोताखोरों और स्वयंसेवकों को जिम्मेदारी दी गई है ताकि वे जलस्तर सहित क्षेत्र से संबंधित सूचनाएं तुरंत उपलब्ध करा सकें। आगामी बाढ़ के मद्देनजर सभी अंचलाधिकारियों को मरम्मत योग्य नावों की मरम्मत सुनिश्चित करने और अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया कि नाविकों के सभी बकाया भुगतान कर दिए गए हों और इसका प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाए। नावों का भौतिक सत्यापन और निबंधन मोटरयान निरीक्षक से कराने के निर्देश भी दिए गए।

शरणस्थल और स्वास्थ्य सुविधाएं:

जिले में कुल 10 शरणस्थल चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें कार्यरत करने का निर्देश दिया गया। इन सभी शरणस्थलों पर आवश्यकतानुसार सामुदायिक रसोई के संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारी करने को कहा गया है। कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी पूर्णिया और धमदाहा को चिन्हित शरणस्थलों पर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी खराब चापाकलों की मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया।

स्वास्थ्य के मोर्चे पर, सभी अस्पताल/चिकित्सा केंद्रों में सर्प काटने की दवा, क्लोरीन टैबलेट, ओआरएस घोल के पैकेट, हैलोजन टैबलेट, एंटी रेबीज की सुइयां, एंटीबायोटिक, ब्लीचिंग पाउडर आदि का पर्याप्त भंडार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। पशुचारे का दर निर्धारण हो चुका है।

सड़कें और आपातकालीन केंद्र:

पिछली बाढ़ में टूटी सड़कों का निर्माण पूर्ण हो चुका है, लेकिन बाढ़ के दौरान परिवहन में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी से खराब पथों से संबंधित रिपोर्ट प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। मछुआरों के संघ से समन्वय स्थापित कर बाढ़ की स्थिति में महाजाल की उपलब्धता हेतु एकरारनामा करने को भी कहा गया।

आपदा समपूर्ति पोर्टल को अपडेट करने और प्रखंड एवं पंचायत अनुश्रवण समिति का गठन करने का भी निर्देश दिया गया है। जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को पूरी तत्परता से सभी पूर्व तैयारी समय पर पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि आगामी बाढ़ से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। बैठक में अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता आपदा, प्रभारी पदाधिकारी आपदा, अनुमंडल पदाधिकारी सदर और अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *