फाइलेरिया उन्मूलन में पंचायतों की अहम भूमिका, पीरामल फाउंडेशन और सरकार की साझा पहल
पटना: पटना में आयोजित “फाइलेरिया मुक्त पंचायत पहल” कार्यशाला में पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने राज्य को फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से पूरी तरह निजात दिलाने के लिए एकजुट और समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर उन्होंने बेहतर कार्य करने वाले पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित किया और पंचायतों को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, पीरामल फाउंडेशन व अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञ, पंचायत प्रतिनिधि और जिला परिषद अध्यक्षों ने भाग लिया।
कार्यशाला में स्पष्ट किया गया कि फाइलेरिया जैसे रोग से मुक्ति केवल सरकारी प्रयासों से नहीं बल्कि पंचायत स्तर पर चुने गए जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी से ही संभव है। पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि मनमोहन सिंह और अन्य वक्ताओं ने बताया कि गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी बनाने के लिए पंचायतों की भागीदारी अनिवार्य है और फाउंडेशन इस दिशा में सरकार के साथ मिलकर ज़मीनी स्तर पर काम कर रहा है। फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान से जुड़े प्रतिनिधियों ने भी सामूहिक प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया और सभी ने मिलकर बीमारी के उन्मूलन का संकल्प लिया।