RAJSTHAN NEWS : बाड़मेर में जैन श्री संघ, बाड़मेर के जूना केराडू मार्ग, चिन्दड़ियों की जाळ समीप स्थित जैन भवन का भूमि पूजन एवं खनन मुहुर्त अनुष्ठान शुक्रवार को प. पू. खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणिप्रभ सूरिश्वरजी मसा., साध्वी प. पू. डॉ विद्युतप्रभाश्रीजी मसा. एवं अचलगच्छीय साध्वी प. पू. श्री भावगुणाश्रीजी आदि ठाणा की पावन निश्रा एवं लाभार्थी परिवार श्रीमान सतीश कुमारजी, निखिल कुमारजी, मेवारामजी-स्वरुपचंदजी छाजेड परिवार एवं सकल संघ की उपस्थिति में विधि-विधानपूर्वक सम्पन्न हुआ। जैन श्री संघ, बाड़मेर के महामंत्री किशनलाल वडेरा ने बताया कि जूना केराडू मार्ग चिन्दड़ियों की जाळ स्थित जैन समाज के जैन भवन का भूमिपूजन व खनन मुहुर्त का मंगल कार्यक्रम शुक्रवार को दोपहर में गुरूदेवश्री प. पू. खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणिप्रभ सूरिश्वरजी मसा. आदि ठाणा की मंल निश्रा में प्रारम्भ हुआ। जहां कार्यक्रम का आगाज परमात्मा श्री महावीर स्वामी की प्रतिमा के समक्ष दीप-प्रज्ज्वलन से हुआ। तत्पश्चात साधु-साध्वी भगवन्त को सामूहिक गुरूवन्दन तथा लाभार्थी परिवार के सदस्यों का जैन श्री संघ की ओर से तिलक, माला, साफा, श्रीफल आदि से बहुमान किया गया।
कार्यक्रम में प. पू. खरतरगच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणिप्रभ सूरिश्वरजी मसा. ने अपने मंगल प्रवचन में कहा कि व्यक्ति और समाज एक-दूसरे के पूरक है। दोनों ही एक-दूसरे पर निर्भर है। व्यक्ति-व्यक्ति से समाज बनता है और समाज से ही प्रत्येक व्यक्ति का कल्याण व उत्थान होता है। गुरूदेवश्री ने कहा कि संघ और समाज के आगीवाण व्यक्तियों का यह दायित्व है कि वे समाज के प्रत्येक व्यक्ति को उचित स्थान व मान-सम्मान प्रदान करें। जैन भवन के भूमि पूजन व खनन मुहुर्त अनुष्ठान में जैन श्री संघ, बाड़मेर के अध्यक्ष एडवोकेट अमृतलाल जैन सहित प्रतिनिधि सभा सदस्य, जैन समाज के गणमान्य नागरिक, माताएं-बहिनें उपस्थित रही।