Sunita Williams NASA Latest Updates : भारतीय मूल की NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 9 महीने और 13 दिन बिताने के बाद आखिरकार सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आए हैं। यह यात्रा उनके लिए एक लंबी और चुनौतीपूर्ण यात्रा थी, जो तकनीकी खामियों के कारण शुरू में कुछ देर से शुरू हुई थी, लेकिन अब यह ऐतिहासिक रूप से सफल रही। 17 घंटे की यात्रा के बाद, उनका स्पेसX का ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के तट पर मेक्सिको की खाड़ी में सुरक्षित रूप से उतरा, जहां उन्हें देखने के लिए डॉल्फिन्स भी तैरती नजर आईं। इस अप्रत्याशित दृश्य को देखकर हर कोई हैरान रह गया।
सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों की पृथ्वी पर वापसी पर पूरे भारत में जश्न का माहौल है। गुजरात के मेहसाणा जिले के झुलासन गांव में उनके परिवार, रिश्तेदारों और गांववासियों ने मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर की और इसे एक ऐतिहासिक पल करार दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “वेलकम बैक, क्रू-9! पृथ्वी पर आपको बहुत मिस किया गया। यह साहस, धैर्य और असीम मानवीय भावना की परीक्षा रही है। सुनीता विलियम्स और क्रू-9 के अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें दिखाया कि सच्ची दृढ़ता क्या होती है।”
ISRO ने भी सुनीता विलियम्स को बधाई दी और उनके मिशन की सफलता पर खुशी जाहिर की। ISRO ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, “आपकी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर विस्तारित मिशन के बाद सुरक्षित वापसी एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। यह NASA, SpaceX और अमेरिका की अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। आपकी दृढ़ता और समर्पण दुनिया भर के अंतरिक्ष प्रेमियों को प्रेरित करते हैं।”
इस मिशन के दौरान, सुनीता विलियम्स ने महिलाओं के लिए एक नया रिकॉर्ड भी कायम किया। उन्होंने कुल 62 घंटे और नौ स्पेसवॉक्स में बिताए, जो अब तक का सबसे अधिक समय है। इसके अलावा, सुनीता ने तीन महीने तक अंतरिक्ष स्टेशन की कमांडर की जिम्मेदारी भी निभाई, जिससे उनका यह मिशन और भी महत्वपूर्ण बन गया।
पृथ्वी पर लौटने के बाद, अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेसX के रिकवरी शिप पर ले जाया गया, जहां उनकी प्रारंभिक मेडिकल जांच की गई। इसके बाद, उन्हें ह्यूस्टन ले जाया जाएगा, जहां उनकी स्वास्थ्य स्थिति की और जांच की जाएगी। हालाँकि, यह पूरी टीम अभी कुछ समय तक अपने परिवार से नहीं मिल सकेगी, क्योंकि उन्हें पुनर्वास प्रक्रिया और मेडिकल जांच से गुजरना होगा। नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने बताया कि वे “अगले एक-दो दिन में” अपने परिवार से मिल सकेंगे, जो उनकी लंबी यात्रा का सुखद समापन होगा।
भारत में भी सुनीता विलियम्स की इस ऐतिहासिक यात्रा और उनके साहसिक अभियान को बेहद सराहा जा रहा है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसे “गौरव, गर्व और राहत का क्षण” बताया और लिखा, “पूरी दुनिया इस महान भारतीय बेटी की सुरक्षित वापसी का जश्न मना रही है, जिसने अंतरिक्ष में अस्थिरता के बीच अदम्य साहस, दृढ़ संकल्प और निरंतरता के साथ इतिहास रच दिया है।”
इस सफल मिशन के बाद, सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर, अब न केवल अपनी वापसी को लेकर उत्साहित हैं, बल्कि यह मिशन उन्हें भविष्य में और भी बड़े अंतरिक्ष अभियानों के लिए प्रेरित करेगा।
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