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Defence Stocks: शेयर बाजार में डिफेंस स्टॉक का तूफान: गिरावट के बावजूद 6% से अधिक उछले कई शेयर, जानें वजह

Defence Stocks : भारतीय शेयर बाजार में आज (शुक्रवार, 16 मई 2025) भले ही गिरावट का माहौल रहा हो, लेकिन डिफेंस सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 5.5% से अधिक उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जबकि कई व्यक्तिगत शेयरों ने 6% से भी ज्यादा की छलांग लगाई। इस तेजी ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है, खासकर जब बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 में गिरावट दर्ज की जा रही थी।

किन शेयरों में आई जबरदस्त तेजी?

  • कोचीन शिपयार्ड (Cochin Shipyard): यह शेयर 12% से अधिक उछला। कंपनी ने मजबूत तिमाही नतीजे पेश किए हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
  • गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE): इस शेयर में भी 11% से ज्यादा की तेजी देखी गई। GRSE ने अपने मार्च तिमाही के मुनाफे को दोगुना करने की जानकारी दी है।
  • मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (MDL): यह शेयर भी 9% से अधिक की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था।
  • भारत डायनामिक्स (BDL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL), सोलर इंडस्ट्रीज, डेटा पैटर्न्स (इंडिया), पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज, जेन टेक्नोलॉजीज, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) और एमटीएआर टेक्नोलॉजीज जैसे कई अन्य डिफेंस स्टॉक भी 3% से 12% तक की तेजी के साथ हरे निशान पर रहे।

गिरावट के बावजूद क्यों बढ़ रहे हैं डिफेंस स्टॉक?

विश्लेषकों का मानना है कि डिफेंस शेयरों में यह तेजी कई प्रमुख कारकों के कारण है:

  1. सरकारी नीतियां और आत्मनिर्भरता पर जोर: भारत सरकार ‘मेक इन इंडिया’ और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर लगातार जोर दे रही है। इससे घरेलू रक्षा कंपनियों को बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं और आयात पर निर्भरता कम हो रही है।
  2. मजबूत ऑर्डर बुक: कई डिफेंस कंपनियों के पास मौजूदा समय में मजबूत ऑर्डर बुक है, जो उन्हें भविष्य में अच्छी कमाई का संकेत दे रही है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे हालिया सफल सैन्य अभियानों में स्वदेशी रक्षा उपकरणों के प्रभावी प्रदर्शन ने भी इस क्षेत्र को बढ़ावा दिया है।
  3. बढ़ता निर्यात: भारत अब रक्षा उपकरणों का एक महत्वपूर्ण निर्यातक बन रहा है। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2026 तक रक्षा निर्यात का लक्ष्य ₹30,000 करोड़ रखा है, जो कंपनियों के लिए नए अवसर पैदा कर रहा है।
  4. भू-राजनीतिक तनाव: भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालिया तनाव जैसी भू-राजनीतिक स्थितियां भी रक्षा शेयरों के लिए सकारात्मक माहौल बनाती हैं, क्योंकि इससे रक्षा व्यय बढ़ने की उम्मीद होती है।
  5. मजबूत तिमाही नतीजे: कुछ कंपनियों, जैसे कोचीन शिपयार्ड और जीआरएसई, ने हाल ही में मजबूत तिमाही नतीजे पेश किए हैं, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के रक्षा क्षेत्र में दीर्घकालिक विकास की प्रबल संभावनाएं हैं। सरकार के नीतिगत समर्थन, स्वदेशीकरण पर जोर और बढ़ते ऑर्डर प्रवाह के कारण ये स्टॉक आगे भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। हालांकि, निवेशकों को किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेने की सलाह दी जाती है।

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