ARARIA NEWS/प्रिंस (अन्ना राय) – आगामी एक फरवरी से शुरू हो रही इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा की तैयारियां प्रशासनिक स्तर पर पूरी कर ली गई हैं। इस संबंध में आज गुरुवार को अररिया जिला पदाधिकारी अनिल कुमार ने संबंधित विभाग के अधिकारियों और कर्मियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की और कई महत्वपूर्ण आदेश जारी किए।
जिलाधिकारी ने बताया कि यह परीक्षा 1 फरवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चलेगी। परीक्षा की पहली पाली सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक होगी, जबकि दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक होगी।
अररिया जिले में कुल 37 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 20320 परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिनमें 10464 छात्र और 9856 छात्राएं हैं।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई: जिलाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि सभी केंद्रों पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन सख्ती से कराया जाएगा। सभी केंद्राधीक्षकों, स्टेटिक दंडाधिकारियों, उड़नदस्ता दल और पुलिस अधिकारियों को इन दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
अररिया जिला मुख्यालय और फारबिसगंज अनुमंडल मुख्यालय के परीक्षा केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। स्टेटिक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, गश्ती दल और महिला स्टेटिक दंडाधिकारी को प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर तैनात किया गया है, ताकि परीक्षा कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके।
कदाचार और अव्यवस्था से बचने के लिए विशेष निर्देश: डीएम ने यह भी बताया कि स्टेटिक दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी परीक्षा केंद्रों पर सुनिश्चित करेंगे कि सिर्फ परीक्षार्थियों को ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश मिले। किसी भी अनधिकृत व्यक्ति को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसके अलावा, स्टेटिक दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और केंद्राध्यक्ष का दायित्व होगा कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले सभी छात्रों और छात्राओं की शारीरिक जांच (फ्रिस्किंग) की जाए, ताकि कोई भी छात्र-छात्रा किताब, नोटबुक, मोबाइल, कैलकुलेटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण परीक्षा केंद्र में न ला सके।
वीडियोग्राफी और सीसीटीवी निगरानी: डीएम ने यह भी बताया कि परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफर की व्यवस्था की जाएगी और सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों के आस-पास धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रहेगी।
जिला नियंत्रण कक्ष में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके। परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के दौरान मीडिया कर्मियों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित रहेगा और मोबाइल फोन का उपयोग भी परीक्षा के दौरान प्रतिबंधित रहेगा।
यह आयोजन परीक्षा को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और कदाचारमुक्त बनाने के लिए प्रशासन की पूरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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