KATIHAR NEWS : अन्नप्राशन दिवस पर बच्चों और महिलाओं को पोषण की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई
KATIHAR NEWS : जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में अन्नप्राशन दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें छह महीने से अधिक उम्र के बच्चों को खीर खिलाकर उनके ऊपरी आहार की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के सही पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और माताओं को पोषण संबंधी आवश्यक जानकारी देना था। आईसीडीएस की जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, नीलम कुमारी ने बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) के माध्यम से बच्चों को सही आहार देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। हर माह, छह महीने से अधिक उम्र के बच्चों को खीर खिलाकर उनके ऊपरी आहार की शुरुआत की जाती है, ताकि बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो सके।
अन्नप्राशन दिवस के मौके पर आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा 6 महीने से लेकर 2 वर्ष तक के बच्चों की माताओं को बुलाकर उन्हें ऊपरी आहार के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। जिला समन्वयक अनमोल गुप्ता ने बताया कि 6 से 9 महीने के बच्चों को 200 ग्राम सुपाच्य मसला हुआ खाना, 9 से 12 महीने के बच्चों को 300 ग्राम मसला हुआ ठोस खाना और 12 से 24 महीने के बच्चों को 500 ग्राम तक खाना खिलाने की सलाह दी गई। इसके साथ ही माता-पिता को यह भी बताया गया कि बच्चों के आहार में हरी पत्तेदार सब्जियाँ और पीले-नारंगी रंग के फल को विशेष रूप से शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि ये पोषण के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को स्तनपान के फायदों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। अनमोल गुप्ता ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को खानपान और परहेज पर विशेष ध्यान देना चाहिए, और बच्चे के जन्म के बाद पहले घंटे में माँ का गाढ़ा पीला दूध बच्चे को पिलाना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि पहले छह महीने तक बच्चों को केवल माँ का दूध देना चाहिए, क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद फायदेमंद होता है। छह महीने के बाद बच्चों को माँ के दूध के साथ-साथ अतिरिक्त पोषक आहार भी देना चाहिए, ताकि उनका स्वास्थ्य और विकास बेहतर हो सके।