PURNIA NEWS : बिहार विधान सभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन पूर्णिया विधायक विजय खेमका ने सदन में अपने क्षेत्र और राज्य से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दे प्रभावी ढंग से उठाए। शून्यकाल के माध्यम से उन्होंने आदिवासी समाज की धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने की दिशा में पहल करते हुए पूर्णिया समेत राज्य के सभी पंचायतों में अनुसूचित जनजाति टोला में ‘धर्मकुड़िया’ या ‘पाड़हा भवन’ के निर्माण की मांग सरकार से की। इसके साथ ही विधायक ने 2018-19 से लंबित अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में नामांकन के समय दिए जाने वाले शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि को महाविद्यालयों तक तत्काल उपलब्ध कराने की मांग की, ताकि छात्र-छात्राओं को उनका वाजिब लाभ मिल सके। तारांकित प्रश्न के तहत विधायक खेमका ने पूर्णिया के भट्ठा मध्य विद्यालय बंगला, उर्स लाइन स्कूल (हिंदी) और भट्ठा दुर्गा विद्यालय को समग्र शिक्षा योजना में शामिल कर आवश्यक आधारभूत विकास कार्य सुनिश्चित करने की बात कही।
विधायक ने सड़क निर्माण के क्षेत्र में भी ध्यान खींचते हुए पूर्णिया के बिलोरी से सोनौली रोड, महुआ से मिडिल स्कूल महतो टोला, तथा फरयानी चौक ठाढ़ा मुसहरी से ललियाही धार मुसहरी तक नई सड़कों के निर्माण के लिए याचिका प्रस्तुत की। उन्होंने खासमहल की ज़मीन पर बसे लीज धारकों की दशकों पुरानी समस्या को भी सदन के समक्ष रखा, और बताया कि 1984 के बाद से अब तक इन धारकों का रीलीज नहीं हुआ, जिससे वे सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। इस पर उन्होंने राजस्व मंत्री से लीज नवीकरण की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया।
विधायक खेमका ने पूर्णिया में इस वर्ष 1 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में धान, और 20 हजार हेक्टेयर में मक्का व सब्जी की खेती होने का हवाला देते हुए, कृषि उपज के लिए आवश्यक यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री को पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि यह अल्पकालीन मानसून सत्र भले ही छोटा हो, लेकिन वे पूर्णिया के समग्र विकास, आदिवासी सशक्तिकरण, शिक्षा, सड़क, कृषि और भूमि विवादों के समाधान को लेकर लगातार प्रयासरत हैं।