PURNEA NEWS/विमल किशोर : अमौर -मोबाइल दुकान बंद कर दोपहर में नमाज पढ़ने गए दुकानदार के मोबाइल दुकान में शॉर्ट सर्किट से लगी आग। घटना अमौर प्रखंड मुख्यालय के समीप की है। घटना की जानकारी देते हुए पिडित दुकानदार मो नासिर हुसैन ने बताया कि दोपहर में 12:30 बजे के आसपास अपने मोबाइल दुकान जायद मोबाइल सेंटर को बंद कर बिजली का स्विच ऑफ कर जुम्मे का नमाज पढ़ने मस्जिद गए। जुम्मे का नमाज पढ़ कर आए तो देखते हैं दुकान में शॉर्ट सर्किट से आग लग गया ।इस बीच अगल-बगल के पड़ोसियों द्वारा थाना एवं अग्निशमन को सूचना दी गई ।लेकिन करीब एक घंटे बाद अग्निशमन की गाड़ी पहुंची हश। तब तक दुकान में रखे सारे मोबाइल एवं अन्य एसेसरीज के अलावा नगद चार लाख रुपए जलकर राख हो गया। अगर समय पर अग्निशमन का गाड़ी पहुंच जाता तो बहुत कुछ बच सकता था। एक तो वह दिव्यांग है अब अग्निकांड से उसकी सारी जमा पूंजी खत्म हो गई ।अब वह कैसे अपने परिवार का पालन पोषण करेगा इस चिंता से परेशान है।
मोबाइल दुकान के बगल में सैलून की दुकान चला रहे प्रभात कुमार ठाकुर ने बताया कि दुकान में रखें सभी सामान जलकर राख हो गया । उन्होंने बताया कि करीब 15 से बीस हजार रूपए छति हुआ है। समाजसेवी मुकर्रम हुसैन ने कहा कि यह घटना दुखद है अमर थाना से घटनास्थल 500 मी भी नहीं है और दमकल गाड़ी को आने में एक घंटा के करीब लग गया यह बहुत दुखद है। प्रशासन के लोग और सरकार यह बताएं कि आम लोगों की जिंदगी क्या सिर्फ नुमाइश के लिए है क्या। थाना के अंदर टैंकर रखा हुआ है जो वह सिर्फ नुमाइश के लिए रखा हुआ है या लोगों के जान माल के लिए रखा हुआ है। अमौर प्रखंड में 25 पंचायत है और 25 पंचायत रहने के बावजूद अमौर थाना को एक छोटी सी दमकल की गाड़ी मिली है ।वह भी बराबर खराब रहता है अगर समय पर दमकल गाड़ी पहुंच जाता तो अग्निकांड पर काबू पाया जा सकता था और यह दिव्यांग दुकानदार को बड़ी छती का सामना नहीं करना पड़ता उन्होंने सरकार से उन लोगों पर भी कार्रवाई करने की मांग की। पूर्व जिला परिषद सदस्य समीम अख्तर ने भी कहा कि अगर समय रहते दमकल गाड़ी पहुंच जाती तो इतनी बड़ी छति नहीं होती है। उन्होंने सरकार से जांच की मांग करते हुए पिडित परिवार को सरकारी राहत देने की मांग की।