पूर्णिया

PURNEA NEWS: “कमांडर्स की क्लास: जब कर्नल बोले, ‘राष्ट्रभक्ति सिर्फ वर्दी नहीं, जिम्मेदारी है'”

पूर्णिया: PURNEA NEWS: 30 अप्रैल को 35 बिहार बटालियन एनसीसी, पूर्णिया के तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण और व्यापक रणनीतिक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अमित अहलावत और प्रशासनिक अधिकारी कर्नल मनीष वर्मा ने संयुक्त रूप से की। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से जुड़े एनसीसी एसोसिएट ऑफिसर्स (एएनओ), केयरटेकर, एनसीसी समन्वयक तथा संस्थानों के प्रधानाचार्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य एनसीसी प्रशिक्षण वर्ष 2025-26 की विस्तृत रूपरेखा तैयार करना, आगामी शिविरों की योजनाएं तय करना, कैडेट्स के प्रशिक्षण को प्रभावशाली और समकालीन बनाना, तथा अनुशासन और राष्ट्रभक्ति को प्रशिक्षण का अभिन्न अंग बनाना रहा।

बैठक की शुरुआत में कर्नल अमित अहलावत ने एनसीसी की वर्तमान भूमिका, राष्ट्रीय सुरक्षा और युवा सशक्तिकरण में इसके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एनसीसी न केवल सैन्य कौशल प्रदान करता है, बल्कि यह युवाओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और नागरिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता भी विकसित करता है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि कैडेट्स के प्रशिक्षण में तकनीक का अधिकाधिक उपयोग किया जाए, जिससे प्रशिक्षण और अधिक प्रभावशाली व आकर्षक बन सके।

प्रशासनिक अधिकारी कर्नल मनीष वर्मा ने अपने संबोधन में एनसीसी कैडेट्स को देश का भविष्य बताते हुए कहा, “हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें न केवल सैन्य प्रशिक्षण दें, बल्कि उन्हें अनुशासन, नेतृत्व, आत्मबल और राष्ट्रभक्ति के मूल्यों से भी समृद्ध करें।” उन्होंने यह भी जोर दिया कि प्रशिक्षण में समावेशी दृष्टिकोण अपनाते हुए लड़के और लड़कियों दोनों को समान अवसर दिए जाएं ताकि वे किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें।

बैठक में एनसीसी के आगामी वार्षिक ट्रेनिंग कैम्प्स, थल सैनिक कैंप, नेशनल इंटीग्रेशन कैंप, और इंटर ग्रुप प्रतियोगिताओं की संभावित तिथियों और स्थानों पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ। साथ ही कैडेट्स की उपस्थिति, यूनिफॉर्म, व्यवहार, और सुरक्षा मानकों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए। इसमें यह भी तय किया गया कि स्थानीय स्कूलों और कॉलेजों में एनसीसी की गतिविधियों को और सशक्त बनाने के लिए नियमित समीक्षा बैठकें की जाएंगी।

अंत में यह सहमति बनी कि सभी एएनओ और प्रधानाचार्य मिलकर एनसीसी को और अधिक सशक्त बनाने के लिए आवश्यक संसाधन, समय और समर्थन प्रदान करेंगे, जिससे कैडेट्स को न केवल सैन्य, बल्कि सामाजिक और नैतिक मूल्यों में भी परिपक्व बनाया जा सके। बैठक सफलतापूर्वक समाप्त हुई और सभी प्रतिभागियों ने एनसीसी को राष्ट्रीय निर्माण की दिशा में एक सशक्त माध्यम के रूप में और अधिक मजबूत करने का संकल्प लिया।

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