finance/SIP; सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) को भारतीय निवेशकों के बीच एक बेहतरीन और सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है। यह निवेशकों को लंबी अवधि के लिए बाजार में निवेश करने का अवसर देता है और बाजार के उतार-चढ़ाव के बावजूद अच्छा रिटर्न प्राप्त करने में मदद करता है। हालांकि, हाल ही में SIP के माध्यम से निवेश करने वाले कुछ निवेशकों को नेगेटिव रिटर्न मिल रहे हैं, जिससे वे चिंतित हो गए हैं।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में हलचल और मैक्रो-इकोनॉमिक कारकों के चलते भारतीय बाजार में हाल ही में गिरावट आई है। इस गिरावट के कारण SIP से मिलने वाले रिटर्न पर भी असर पड़ा है। कुछ निवेशक अब यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह सही समय है SIP को रोकने का या फिर उन्हें निवेश जारी रखना चाहिए।
वित्तीय सलाहकारों के मुताबिक, बाजार में गिरावट के बावजूद SIP को जारी रखना फायदेमंद हो सकता है। निखिल कोठारी, एक प्रमुख वित्तीय सलाहकार, ने कहा कि SIP में निवेश करते समय आपको कम से कम 5 से 7 साल की समयसीमा रखना चाहिए। उनका मानना है कि मंदी के दौरान अधिक यूनिट खरीदने का फायदा होता है, और लंबी अवधि में इसका सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है।
एडलवाइस की रिपोर्ट के अनुसार, SIP के नेगेटिव रिटर्न के बावजूद इसे जारी रखने से न केवल नुकसान की भरपाई होती है, बल्कि अच्छा रिटर्न भी प्राप्त हो सकता है। यही वजह है कि अनुभवी निवेशक इस समय को समझते हुए निवेश जारी रखते हैं।
यह समझना जरूरी है कि बाजार में समय-समय पर उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, और यह एक सामान्य प्रक्रिया है। निवेशकों को यह स्वीकार करना चाहिए कि बाजार के चक्र को समझना और लंबी अवधि के लिए निवेश करना SIP के प्रमुख लाभों में से एक है।
इसलिए, अगर आप SIP में निवेश कर रहे हैं और वर्तमान में नेगेटिव रिटर्न देख रहे हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। वित्तीय योजनाकारों के अनुसार, इस समय में अपनी राशि को बढ़ाना और लंबी अवधि के लिए निवेश करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।