पूर्णिया: PURNIA NEWS विजय कुमार श्रीवास्तव, सामाजिक कार्यकर्ता, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, और अन्य संबंधित अधिकारियों को पत्र भेजकर बिहार के पूर्णिया स्थित भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में मखाना बोर्ड की स्थापना की मांग की है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि मखाना के क्षेत्र में इस महाविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान है, जो अनुसंधान, तकनीकी विकास और मखाना उत्पादन को बढ़ावा देने में अग्रणी है। महाविद्यालय न केवल बिहार का एकमात्र राज्यस्तरीय नोडल केंद्र है, बल्कि यह मखाना के जी. आई. टैग दिलवाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है।
विजय श्रीवास्तव ने बताया कि भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में मखाना आधारित अनुसंधानकर्ताओं की एक समर्पित टीम मौजूद है, जिन्होंने मखाना उत्पादन के लिए नयी तकनीकें विकसित की हैं। बिहार के 8 जिलों में मखाना उत्पादन का 70% हिस्सा होता है और इन जिलों में मखाना उत्पादन की पद्धतियों को बढ़ावा देने में इस महाविद्यालय की भूमिका उल्लेखनीय रही है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के पास 210 एकड़ का विशाल परिसर है, जिसमें महाविद्यालय का इंफ्रास्ट्रक्चर सिर्फ 30 एकड़ में फैला हुआ है, जबकि शेष भूमि मखाना अनुसंधान और अन्य कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त है।
श्रीवास्तव ने आगे बताया कि मखाना बोर्ड की स्थापना से मखाना उत्पादकों की वर्षों से चली आ रही उपेक्षा और बदहाली समाप्त हो जाएगी। इससे मखाना उद्योग को प्रोत्साहन मिलेगा, मखाना प्रोसेसिंग उद्योग की शुरुआत होगी और उत्पादकों का सामाजिक और आर्थिक उन्नयन संभव होगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस बोर्ड के द्वारा मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन में नवीनतम तकनीकों का समावेश किया जा सकेगा, जिससे मखाना उद्योग को वैश्विक पहचान मिलेगी।
उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के दरभंगा स्थित मखाना अनुसंधान केंद्र को जारी रखते हुए पूर्णिया के इस कृषि महाविद्यालय में मखाना बोर्ड की स्थापना की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर बल दिया। उनका मानना है कि यह पहल न केवल बिहार के कृषि क्षेत्र को बल्कि देशभर के मखाना उत्पादकों के लिए भी लाभकारी साबित होगी।
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