PURNEA NEWS; रूपौली, 22 जनवरी 2025 – प्रखंड के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक नगरी टीकापटी में शनिवार को एक भव्य धार्मिक आयोजन संपन्न हुआ, जहां विधिपूर्वक मां काली मंदिर के शीर्ष पर कलश की स्थापना की गई। इस आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक आयोजन में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और इस अवसर पर शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया।
ग्रामीण विकी चैधरी ने बताया कि काली मंदिर में मां काली की पूजा के साथ एक नई अध्यात्मिक शुरुआत की गई है। मंदिर के शीर्ष पर कलश स्थापना का कार्य लंबे समय से प्रतीक्षित था। इसके लिए विशेष रूप से मुरादाबाद से पीतल का त्रिशूल लगा कलश मंगवाया गया था। इस कलश को विधिवत मंदिर के शिखर पर स्थापित करने के लिए गांवभर के श्रद्धालु एकजुट हुए।
शोभा यात्रा की धूम
कलश स्थापना से पूर्व, टीकापटी में एक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में हजारों महिलाएं और बालिकाएं पीतवस्त्र पहने जल भरने के लिए कोसी नदी गईं। वे सब श्रद्धा भाव से जल लेकर मंदिर पहुंचीं और इसे मां काली के चरणों में अर्पित किया। इस यात्रा में महिलाओं के साथ-साथ पुरूष श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया, जिससे पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भरा हुआ था।
विधिविधान से कलश की स्थापना
कलश को मंदिर के शिखर पर स्थापित करने के लिए पंडित मनीष तिवारी को बुलाया गया था। पंडित जी ने मंत्रोच्चारण के बीच पूरी विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की और फिर कलश को मंदिर के शीर्ष पर स्थापित किया। इस शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं ने मां काली के जयकारे लगाए और आशीर्वाद लिया।
मंदिर निर्माण का महत्व
इस काली मंदिर का पुराना भवन जर्जर हो चुका था, लेकिन मां काली की कृपा से ग्रामीणों ने मिलकर चंदा इकट्ठा किया और इस मंदिर का भव्य रूप दिया। आज यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि गांव की सामाजिक और सांस्कृतिक धरोहर का भी प्रतीक बन चुका है। इस मंदिर के निर्माण के बाद, गांव में लगातार विकास हो रहा है, और ग्रामीणों का मानना है कि जो भी श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं, वे कभी खाली हाथ नहीं लौटते।
आयोजन में उपस्थित लोग
इस धार्मिक आयोजन में अनेक प्रतिष्ठित लोग और ग्रामीण उपस्थित थे, जिनमें कारू मंडल, प्रकाश चैधरी, शेखर कुमार, मयंक कुमार, कामेश्वर मंडल, पिंटू कुमार, दीपक कुमार, राजेश तिवारी, सुरेश गुप्ता, अनिल कुमार मंडल, विधायक प्रत्याशी कलाधर मंडल, सुनील कुमार सुमन और ममता देवी शामिल थे। इन सभी ने मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निष्कर्ष
मां काली की महिमा और आशीर्वाद से टीकापटी गांव में अब एक नया अध्याय जुड़ चुका है। इस धार्मिक आयोजन ने न केवल गांववासियों को एकजुट किया बल्कि उनके आस्था को भी मजबूती दी है। इस भव्य कलश स्थापना के साथ, गांव में आस्था और समृद्धि का संदेश फैलने का विश्वास है।