पूर्णिया

Purnea University: आउटसोर्सिंग स्टाफ वेतन कटौती से संकट गहराया

PURNIA NEWS – पूर्णियाँ विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग स्टाफ को वेतन कटौती के कारण गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस फैसले से न केवल कर्मचारियों में असंतोष बढ़ा है, बल्कि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।

वेतन कटौती से उत्पन्न आक्रोश

आउटसोर्सिंग स्टाफ ने आरोप लगाया है कि वे पहले से ही न्यूनतम वेतन पर काम कर रहे थे। अब वेतन कटौती ने उनकी आर्थिक स्थिति को और अधिक कठिन बना दिया है। उन्होंने प्रशासन से अपनी समस्याओं का तत्काल समाधान करने की मांग की है।

कुलसचिव की अनुपस्थिति ने बढ़ाई मुश्किलें

विश्वविद्यालय के कुलसचिव की अनुपस्थिति ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। सूत्रों के अनुसार, उनकी गैरमौजूदगी के कारण प्रशासनिक निर्णय लंबित पड़े हैं। कर्मचारियों का कहना है कि इस उदासीनता ने उनकी समस्याओं को और बढ़ा दिया है।

एडमिशन प्रक्रिया पर प्रभाव

वेतन कटौती और प्रशासनिक गतिरोध का सीधा असर विश्वविद्यालय की एडमिशन प्रक्रिया पर पड़ा है। नए छात्रों और उनके अभिभावकों को इससे काफी असुविधा हो रही है, और उनके बीच नाराजगी बढ़ती जा रही है।

प्रदर्शन की चेतावनी

आउटसोर्सिंग स्टाफ ने आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया, तो वे काम बंद कर प्रदर्शन करेंगे। इससे विश्वविद्यालय का संचालन पूरी तरह से ठप होने का खतरा है।

सरकार से अपील

छात्रों और कर्मचारियों ने राज्य सरकार और उच्च शिक्षा विभाग से इस मुद्दे में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उनका कहना है कि प्रशासन की उदासीनता से विश्वविद्यालय का वातावरण खराब हो रहा है।

पूर्णियाँ विश्वविद्यालय का यह संकट न केवल कर्मचारियों के लिए चुनौती है, बल्कि छात्रों के भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है। प्रशासन से शीघ्र और ठोस कदम उठाने की उम्मीद की जा रही है।

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