पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में सिविल एयरपोर्ट के विकास को पीएम पैकेज-15 का गौरवपूर्ण हिस्सा बताते हुए सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार श्रीवास्तव ने 2 दिसंबर 2025 को मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को पत्र भेजकर एनएच-31 से फोरलेन सड़क तक महज 9 किलोमीटर कनेक्टिविटी की लंबी देरी पर गहरी नाराजगी जताई, जो 5 जून 2023 को बिहार सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के बीच एमओयू साइन होने के ढाई वर्ष बाद भी अटकी हुई है, जिसे उन्होंने उपेक्षा और साजिश का परिणाम करार दिया।
पत्र में उन्होंने हवाई यात्रियों की दैनिक परेशानियों का जिक्र किया कि खराब सड़कें, धूल-धक्कम, ट्रैफिक जाम और दुर्घटना का खतरा न केवल सफर को असहज बना रहा है बल्कि कैब-बस की कमी से किराया आसमान छू रहा है, ईंधन बर्बादी हो रही है, समय की बाधा से चेक-इन में देरी और फ्लाइट मिस होने का डर सताता है, साथ ही साइनेज, सीसीटीवी, लाइटिंग और पैदल क्रॉसिंग जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी सुरक्षा को चुनौती दे रही है।
श्रीवास्तव ने तर्क दिया कि यह कनेक्टिविटी पूर्ण हो जाने से पूर्णिया एयरपोर्ट बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और नेपाल के करोड़ों लोगों की लाइफलाइन बन जाएगा, यात्रा सुगम हो जाएगी, इसलिए उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाने की मांग की, और पत्र की प्रतिलिपि पीएमओ, सीएमओ, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, एएआई चेयरमैन, डीएम-पूर्णिया समेत तमाम आला अधिकारियों को भेजी, जिससे स्थानीय स्तर पर विकास की उम्मीदें फिर जागी हैं।

