PURNIA NEWS : राम-जानकी मंदिर को दान किये सवा दो डिसमिल जमीन

PURNIA NEWS : के नगर प्रखंड के असरफ नगर के एक सम्मानित निवासी श्री भुवनेश्वर मेहता ने अपनी बहुमूल्य संपत्ति का एक और हिस्सा धर्म के नाम पर समर्पित कर दिया है। रविवार को आयोजित एक विशेष सामूहिक बैठक में उन्होंने श्री राम-जानकी मंदिर असरफ नगर के लिए अपनी निजी सवा दो डिसमिल जमीन दान करने की घोषणा की। मेहता ने बताया कि यह जमीन मंदिर के बगल और पीछे स्थित है, जिसे उन्होंने ग्रामीणों और विश्व हिन्दू परिषद् के पूर्णिया जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार के आग्रह पर बिना किसी मुआवजे के दान देने का निर्णय लिया है। “मंदिर समिति और ग्रामीण जब चाहें, हमसे मंदिर के नाम से रजिस्ट्री करवा सकते हैं, मेहता ने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी इच्छा है कि मंदिर का विकास हो और धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ नित्य पूजा-अर्चना एवं राग-भोग निरंतर चलता रहे।

उल्लेखनीय है कि श्री मेहता पहले भी मंदिर को जमीन दान कर चुके हैं। इस उदार दान की घोषणा के बाद बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मेहता के प्रति आभार प्रकट किया। विश्व हिन्दू परिषद् के जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार ने कहा, “भुवनेश्वर मेहता जी धन्यवाद और आभार के पात्र हैं। उन्होंने एक मिसाल कायम की है। समारोह में दिलीप कुमार मेहता, गिरानन्द मेहता, सुरेश मेहता, छेदी प्रसाद गुप्ता, देवनारायण मेहता, अवधेश मेहता, मुन्नीलाल दास, उमेश मेहता, सीताराम मेहता, आनंदी मेहता, कलानन्द मेहता, जयनारायण मेहता, अनिल मेहता, रामचंद्र प्रसाद मेहता सहित अन्य कई लोग उपस्थित थे। सभी ने एकमत से कहा कि आज भी हमारे समाज में श्री भुवनेश्वर बाबू जैसे धर्मपरायण लोग हैं, जो अपनी लाखों की संपत्ति धार्मिक कार्यों के लिए दान करते हैं।

Share This Article
अंग इंडिया न्यूज़ एक समर्पित डिजिटल न्यूज़ पोर्टल है जो भारत की सांस्कृतिक गहराइयों, सामाजिक मुद्दों और जन-आवाज को निष्पक्षता और संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करता है। हमारा उद्देश्य है—हर क्षेत्र, हर वर्ग और हर भाषा को प्रतिनिधित्व देना, ताकि खबरें सिर्फ सूचनाएं न रहें, बल्कि बदलाव की प्रेरणा बनें। हम न सिर्फ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं को कवर करते हैं, बल्कि उन कहानियों को भी उजागर करते हैं जो आमतौर पर मुख्यधारा से दूर रह जाती हैं। अंग इंडिया न्यूज़ का हर लेख, हर रिपोर्ट और हर विश्लेषण एक सोच के साथ लिखा जाता है—"जनता की नज़र से, जनता के लिए।"
- Advertisement -

आपके लिए ख़ास ख़बर