नगर निगम के सहयोग से मुख्य चौक-चौराहों पर डिस्प्ले,कचरा गाड़ी से फाइलेरिया उन्मूलन का व्यापक प्रचार-प्रसार
सहरसा,अजय कुमार : गत 10 फरवरी से फाइलेरिया उन्मूलन के तहत जिले में चल रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम की महत्वपूर्ण भूमिका सामने आई है। नगर आयुक्त अनुभूति श्रीवास्तव और सिटी मैनेजर अभिसार कुमार कश्यप के सहयोग से नगर निगम द्वारा प्रमुख चौक-चौराहों पर डिस्प्ले स्क्रीन के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा, 47 कचरा वाहनों के जरिए ऑडियो संदेश प्रसारित कर लोगों को फाइलेरिया से बचाव और दवा सेवन के प्रति जागरूक किया जा रहा है।नगर निगम द्वारा इस अभियान को व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए विभिन्न रणनीतियां अपनाई जा रही है।
1. नगर क्षेत्र के छह प्रमुख चौक-चौराहों (थाना चौक, वीर कुंवर सिंह चौक, कलेक्ट्रेट, शंकर चौक, सुभाष चौक, महावीर चौक) पर डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से फाइलेरिया से बचाव संबंधी सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं।
2. 47 कचरा वाहनों पर लगे ऑडियो सिस्टम से फाइलेरिया उन्मूलन का संदेश लगातार प्रसारित किया जा रहा है, जिससे आमजन तक जानकारी प्रभावी तरीके से पहुंच रही है।
संक्रमण व लक्षण: फाइलेरिया मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलने वाला संक्रामक रोग है। इसके प्रमुख लक्षणों में हाथ, पैर या अंडकोष (हाइड्रोसील) में सूजन शामिल हैं।
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग की रणनीति
सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम 10 फरवरी से जिले में चल रहा है, जिसके तहत 2 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा सेवन कराई जा रही है।
केंद्र सरकार ने 2030 तक फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा है, जबकि बिहार सरकार इसे 2027 तक प्राप्त करने का प्रयास कर रही है।जिले में 1,615 फाइलेरिया मरीज चिन्हित किए गए हैं, जिनमें 1,287 लिम्फोडेमा और 606 हाइड्रोसील के मरीज हैं।जागरूकता और भागीदारी से ही होगा उन्मूलन संभव फाइलेरिया से बचाव के लिए स्वच्छता और साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा सेवन अनिवार्य है। नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और पिरामल स्वास्थ्य के के संयुक्त प्रयासों से लोगों तक सही जानकारी पहुंचाई जा रही है। नगर निगम की इस पहल से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को और मजबूती मिलेगी, जिससे सहरसा को फाइलेरिया मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।