PURNIA NEWS अभय कुमार सिंह : बिहार के पूर्णिया जिले में माघी पूर्णिमा के अवसर पर काढागोला घाट पर लगे मेले में एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। टीकापटी थाना क्षेत्र के सिमडा गांव के 13 वर्षीय कन्हैया कुमार की गंगा में डूबने से मौत हो गई। विधवा मां लक्ष्मी देवी के लिए यह दूसरा बड़ा आघात है, जो पहले ही पति की मौत का दर्द झेल रही थीं। कन्हैया अपनी मां और भाई-बहनों के साथ मेले में था, जहां उनकी मां बैर बेचकर परिवार का गुजारा करती हैं। गुरुवार दोपहर को नाव के पास स्नान करते समय वह अचानक गहरे पानी में चला गया। काफी खोजबीन के बाद उसका शव बरामद किया गया।
छह भाई-बहनों में सबसे छोटे कन्हैया की मौत की खबर सुनते ही गांव में कोहराम मच गया। मां लक्ष्मी देवी बार-बार बेहोश हो रही थीं और विलाप करते हुए कह रही थीं कि पहले पति को खोया, अब बेटे को भी भगवान ने छीन लिया। उनकी दर्दनाक चीख-पुकार से हर कोई भावुक हो उठा। सामाजिक कार्यकर्ता धर्मेंद्र कुमार के अनुसार, इस गरीब परिवार की आजीविका का एकमात्र जरिया मेले में बैर बेचना है। ग्रामीणों ने सरकार से अपील की है कि पीड़ित परिवार को आपदा राहत के तहत पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाए। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। एक छोटे बच्चे की इस तरह मौत से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है।