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- पूर्णियाँ, किशन भारद्वाज : Purnea University पूर्णिया विश्वविद्यालय को एक नई दिशा में ले जाने के उद्देश्य से प्रोफेसर विवेकानंद सिंह ने बुधवार को इसके तीसरे स्थायी कुलपति के रूप में अपना योगदान दिया। कार्यभार संभालने के तुरंत बाद कुलपति ने विश्वविद्यालय में शोध और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि छात्रों और शिक्षकों के समग्र विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे, जिससे विश्वविद्यालय के शैक्षणिक स्तर में सुधार हो सके। कार्यभार संभालने के पश्चात, कुलपति ने विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में पदाधिकारियों और शिक्षकों से मुलाकात की और उनकी शुभकामनाएं स्वीकार कीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय के समुचित विकास और समस्याओं के समाधान के लिए सभी का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। कुलपति ने भरोसा दिलाया कि वह विश्वविद्यालय की हर समस्या से अवगत होकर समाधान के लिए ठोस कदम उठाएंगे।

- उन्होंने कहा कि छात्रों की शैक्षणिक समस्याओं से लेकर शिक्षकों और कर्मचारियों की व्यावसायिक समस्याओं तक हर पहलू पर ध्यान दिया जाएगा। कुलपति ने आश्वासन दिया कि पहले सप्ताह में वह विश्वविद्यालय की मौजूदा स्थिति और चुनौतियों को समझने के लिए गहन समीक्षा करेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रोक्टर डॉ. पटवारी यादव, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर मरगूब आलम और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय परिसर में एनसीसी बटालियन ने कुलपति का स्वागत करते हुए सलामी दी। इसके पश्चात कुलपति ने अपने कार्यालय में योगदान देने की औपचारिक प्रक्रिया पूरी की।
- प्रोफेसर विवेकानंद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय को एक शैक्षणिक और शोध क्षेत्र में उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों से अपील की कि वे मिलकर विश्वविद्यालय के विकास में योगदान दें। कुलपति ने भरोसा जताया कि विश्वविद्यालय में व्याप्त हर समस्या का समाधान किया जाएगा और सभी शैक्षणिक गतिविधियों को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता छात्रों के हित और विश्वविद्यालय की प्रगति सुनिश्चित करना है। यह अवसर पूर्णिया विश्वविद्यालय के लिए एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जहां शोध कार्य और शैक्षणिक गतिविधियां नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में अग्रसर होंगी।
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