PURNEA NEWS,विमल किशोर : अमौर -वक्फ संशोधन कानून को लेकर दारुल उलूम मदरसा हलालपुर के प्रांगण से भारी संख्या में मुश्लिम समुदाय के लोगों ने भाग लिया। वक्फ संशोधन कानून को लेकर हलालपुर मदरसा से अमौर होते हुए रौटा तक पैदल मार्च किया और इसका पुरजोर विद्रोध किया। पैदल मार्च का नेतृत्व जमीयत उलेमा हिंद के बैनर तले किया गया ।वही विरोध के दौरान विधायक अख्तरूल इमान, मौलाना अबू सालेह , पूर्व मुखिया नील मणी सिंह उर्फ रामराज सिंह,जन सुराज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष महफूज आलम, मिन्नत खान, जन सुराज पार्टी राज्य कार्यवाह समिति सदस्य अफरोज आलम, गुलाम रब्बानी, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि सस राजद युवा प्रखंड अध्यक्ष शाहनवाज आलम, उपमुख पार्षद प्रतिनिधि एकराम आलम ने कहा कि यह वक्फ संशोधित बिल अब एक्ट बन गया है कानून बन गया है जो अल्पसंख्यकों, खासतौर पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है। अगर वक्फ कानून को अमली जामा पहनाया जायेगा तो इस मुल्क के मुसलमानों की वक्फ सम्पत्ति कब्रिस्तानों पर कब्जे होंगे, मस्जिदों में ताले लगेंगे। वह मुसलमान जो आज चैन से जी नहीं पा रहे हैं मरने के बाद भी उन्हें कब्रिस्तानो में जगह नहीं मिलेगी। हमारे पूर्वजों ने जो कानून बनाया है वह सारे धर्मो के लिए सेकुलर बनाया ।
सबको अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है और दूसरे के धर्म का आदर करें। यह हमारा फन्डामेंटल राईट है। राईट टू रिलिजम हमारा हक है कि हम चाहे एक इश्वर को माने या अनेक इश्वर को माने या किसी को नहीं माने, यह देश का कानून है। जिस तरह से नमाज है, रोजे हैं जो कूरान ए हदीश से तय होते हैं। वक्फ भी मुसलमानो का धार्मिक मामला है । धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करना सरकार का हक नहीं बनता है। सरकार ने देश के संविधान और मुसलमानो के धार्मिक अधिकारों का हनन किया है। इसके लिए लड़ना मुसलमानौ व देश के तमाम इंसाफ पसंद लोगों का जिम्मेदारी है। जो इस देश को अखंड रखना चाहता है, जो इस देश में सभी धर्मों का आदर करना चाहता है वही लड़ाई लड़ी जा रही है। जन सुराज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष इंजीनियर महफूज आलम ने कहा, यह हमारा संवैधानिक अधिकार है कि जनविरोधी फैसलों का विरोध करें। हम निजी रूप से और संगठनों के साथ मिलकर विरोध कर रहे है। विधायक अख्तरुल इमान ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, जब से भाजपा सत्ता में आई है, तब से वह हिंदू-मुस्लिम समाज के बीच खाई पैदा कर रही है। नए कानून धर्म। विशेष के खिलाफ लाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि जनता वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ सड़कों पर उतरती है तो वे उनके साथ खड़े रहेंगे । उन्होंने चेतावनी दी कि जैसे पहले सीएए-एनआरसी के खिलाफ आंदोलन हुआ था, वैसे ही इस वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ भी जोरदार विरोध होगा।