नई दिल्ली: Mohammed Shami Energy Drink Controversy दुबई में खेले जा रहे आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में भारत की जीत में मोहम्मद शमी का अहम योगदान रहा, जहां उन्होंने 10 ओवर में 48 रन देकर तीन विकेट लिए। हालांकि, शमी के शानदार प्रदर्शन के बजाय उनकी एक तस्वीर पर विवाद छिड़ गया, जिसमें वह रमजान के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीते हुए नजर आए। इस पर कुछ कट्टरपंथियों ने सवाल उठाए, जबकि ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने शमी के रोजा न रखने को गुनाह करार दिया।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि रोजा रखना इस्लाम में अनिवार्य है और शमी का पानी पीना गलत संदेश देता है। वहीं, बीजेपी नेता शहजाद अली इदरीसी ने मौलाना पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस्लाम में कोई दारोगा नहीं होता, और यह लोग अपनी दुकानदारी चमकाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। वहीं, मिल्लत टाइम्स के संपादक शम्श तबरेज ने शमी की आलोचना को गलत बताया और कहा कि रोजा रखने की सख्त सलाह केवल तभी दी जाती है जब कोई बीमारी या यात्रा ना हो। उन्होंने यह भी कहा कि शमी का रोजा नहीं रखना समझ में आता है, क्योंकि वह महत्वपूर्ण मैच खेल रहे थे।
शिया पसर्नल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूद अब्बास ने इसे सस्ती लोकप्रियता का प्रयास बताया और कहा कि इस्लाम में जबरदस्ती नहीं है, और यह मामला ज्यादा बड़ा नहीं है। आम लोगों की राय भी इस मुद्दे पर बंटी हुई है। कुछ लोगों का मानना है कि शमी को मैच खेलते वक्त खुद को तरोताजा रखना उनका निजी निर्णय है, और इसमें कुछ गलत नहीं है। शमी के भाई मोहम्मद जैद ने भी इस पर टिप्पणी की, कहा कि इस्लाम में सफर के दौरान रोजा छोड़ने का प्रावधान है और इसे बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। सोशल मीडिया पर भी लोग शमी के समर्थन में सामने आ रहे हैं, जबकि कुछ अन्य लोग उन्हें धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की सलाह दे रहे हैं।
Leave a Reply