PURNEA NEWS; वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में आयोजित रैली में सांसद पप्पू यादव ने मोदी सरकार पर बोला जोरदार हमला
PURNEA NEWS; प्रकाशनार्थ वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में आयोजित रैली में सांसद पप्पू यादव ने मोदी सरकार पर बोला जोरदार हमला कहा – संविधान और लोकतंत्र से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ हम सर्वस्व बलिदान को हैं तैयार गीता, कुरआन, बाइबिल समेत अन्य मतों को नहीं मानने वालों के खिलाफ संघर्ष रहेगा जारी अभी एकजुट नहीं हुए, तो अडानी के हाथों धार्मिक संस्थानों की जमीन भी बेच देंगे मोदी : पप्पू यादव पूर्णिया : केंद्र सरकार की नीतियों और वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ रंगभूमि मैदान, पूर्णिया में SDPI द्वारा विशाल विरोध जनसभा का आयोजन किया गया। इस जनसभा में पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी शामिल हुए और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि धर्म का उपयोग हमेशा समाज को जोड़ने के लिए किया गया है, लेकिन वर्तमान सरकार इसे तोड़ने का कार्य कर रही है। सांसद पप्पू यादव ने कहा, “12 साल पहले नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों को सब्जबाग दिखाया, लेकिन असलियत यह है कि उन्होंने भारत को बर्बाद करने की कसम खा ली है। वक्फ, तीन तलाक जैसे मुद्दे केवल लोगों का ध्यान भटकाने के लिए उठाए जाते हैं,
असली इरादा गरीबों, शोषितों, अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों का आरक्षण खत्म करना है।” उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार का असली मकसद लोगों को गुलामी की ओर धकेलना है और उनके संवैधानिक अधिकारों को छीन लेना है। सांसद ने आगे कहा कि, “बीजेपी और मोदी ने भगवान और सनातन धर्म को भी नहीं छोड़ा। मोदी जी ने खुद को भगवान बनाने की कोशिश की, और यहां तक कि सनातन धर्म के शंकराचार्य को भी नहीं बख्शा।” उन्होंने कहा कि शंकराचार्य ने स्वयं कहा है कि बीजेपी के लोग नफरत फैलाते हैं और सनातन धर्म से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा, “अदानी के नियंत्रण वाली मीडिया इस खबर को नहीं दिखाएगी, लेकिन जनता को यह समझने की जरूरत है कि केंद्र सरकार केवल अपने फायदे के लिए देश को गुमराह कर रही है।” पप्पू यादव ने संविधान और लोकतंत्र को बचाने की अपील करते हुए कहा कि, “आज संविधान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर हम एकजुट होकर संघर्ष नहीं करेंगे, तो दिल्ली सरकार हमारी आवाज नहीं सुनेगी और नफरत की राजनीति को और बढ़ावा दिया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि पूर्णिया की भूमि आज भूख, खौफ और अन्याय से आजादी का संकल्प ले रही है।
उन्होंने कहा, “अगर आज हम नहीं जागे, तो वे दिन दूर नहीं जब मोदी सरकार मंदिर, मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थलों की जमीनें भी अपने मित्र अडानी को दे देगी।” उन्होंने जनता से अपील की कि संविधान, बाबा साहब अंबेडकर, महात्मा गांधी, कबीर, नानक, अब्दुल गफ्फार खान, बिरसा मुंडा के विचारों को आत्मसात करें और एकता, भाईचारे और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएं। सांसद पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर किसानों के साथ छल करने और युवाओं को बेरोजगार बनाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार ने देश के किसानों को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, युवाओं से रोजगार छीन लिया और देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह चौपट कर दिया।” उन्होंने कहा कि, “जब स्टालिन ने 69% आरक्षण दिया, तो मोदी सरकार उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चली गई। छत्तीसगढ़ और ओडिशा में सरकार बनने के बाद करीब 5000 युवाओं और बच्चों को गोलियों से भुनवा दिया गया।पता है ये सभी आदिवासी या पिछड़ी जाति के लोग थे, मुसलमान नहीं थे।” सांसद ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक महज एक बहाना है,
असली मकसद जनता का ध्यान असल मुद्दों से भटकाना है। उन्होंने कहा कि “मोदी सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए वक्फ, तीन तलाक, आरक्षण जैसे मुद्दों को हवा दे रही है, लेकिन हमें इनके झांसे में नहीं आना चाहिए।” रंगभूमि मैदान में आयोजित इस विशाल जनसभा में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। सभा में उपस्थित लोगों ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की और संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया। पप्पू यादव ने अंत में कहा, “संविधान को बचाने के लिए हमें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। यह सिर्फ वक्फ का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह देश की लोकतांत्रिक और सामाजिक संरचना को बचाने की लड़ाई है। हमें अन्याय और नफरत की राजनीति को हराना होगा और अपने हक के लिए खड़ा होना होगा।