MAHASHIVRATRI 2025 , अभय कुमार सिंह : इस वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व अभूतपूर्व उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। शिवालयों में ऐसा जनसैलाब उमड़ा मानो साक्षात् महाकुंभ का दृश्य हो। सड़कों पर निकले श्रद्धालुओं के समूह, भगवान शिव की जयघोष से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। टीकापट्टी की कला ने एक बार फिर अपना जादू बिखेरा, जहां क्षीर सागर में शिवलिंग पर अमृत मंथन का जीवंत चित्रण किया गया। नर्मदेश्वर नाथ मंदिर से निकली शिव बारात ने सभी का मन मोह लिया। बारात में भूत-प्रेत के वेश में बाराती तो बच्चों के मुंह से चीख निकलवा रहे थे, वहीं देवी-देवताओं के स्वरूप में चल रहे अन्य बारातियों से उन्हें कुछ सांत्वना भी मिल रही थी।
विशेष आकर्षण का केंद्र रही क्षीर सागर की झांकी, जिसमें शिवलिंग पर लिपटे शेषनाग और उसके एक ओर दानवों तथा दूसरी ओर देवताओं का चित्रण देख लोग रोमांचित हो उठे। डुमरी गांव सहित अनेक स्थानों से निकली कलश यात्राओं में हजारों महिलाओं ने भाग लिया, जिससे महाकुंभ जैसा अद्भुत नजारा उत्पन्न हुआ। पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती और जैनेंद्र कुमार मंडल के अनुसार, “इस वर्ष शिवालयों में अभूतपूर्व भीड़ देखी गई। ऐसा प्रतीत हुआ कि जो श्रद्धालु महाकुंभ नहीं जा पाए, वे यहीं भगवान शिव के जलाभिषेक द्वारा पुण्य प्राप्त करना चाहते थे। हर ओर भक्ति की लहर में डूबे श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था का प्रदर्शन किया, जिससे पूरा क्षेत्र शिवमय हो गया।