PURNIA NEWS : पूर्णिया जिले में प्रारंभिक बाल्यावस्था विकास (ECD) कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए गुरुवार को जिला पदाधिकारी कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में यूनिसेफ पोषण टीम के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। जिला पदाधिकारी कार्यालय वेश्म में आयोजित इस बैठक में बच्चों के समग्र विकास पर विशेष चर्चा हुई। प्रारंभिक बाल्यावस्था विकास कार्यक्रम, जो बच्चों के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास की नींव रखता है, वर्तमान में पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम जीवन के पहले 6 वर्षों में पोषण, देखभाल, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर केंद्रित है। बैठक में यूनिसेफ पोषण टीम की डॉ. शिवानी डार ने बच्चों, किशोरियों, धात्री माताओं एवं गर्भवती महिलाओं के लिए अलग-अलग फूड चार्ट विकसित करने की जानकारी जिलाधिकारी के साथ साझा की। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने यूनिसेफ टीम को महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि बच्चों के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध पोषक तत्वों जैसे मखाना, तीसी, तिल, गुड़ आदि से युक्त “सुपर फूड” की रेसिपी तैयार की जाए। उन्होंने विशेष रूप से चीनी की जगह गुड़ के प्रयोग पर जोर दिया।
इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने 0-3 वर्ष के बच्चों के मानसिक, शारीरिक, सामाजिक एवं भावनात्मक विकास से जुड़ी गतिविधियों का एक विस्तृत कैलेंडर तैयार करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इस कैलेंडर में आयु-आधारित गतिविधियों का विवरण अंकित किया जाए, जिससे बच्चों की छोटी एवं बड़ी मांसपेशियों के विकास के साथ-साथ उनका सर्वांगीण विकास संभव हो सके। बैठक में सुश्री चंद्रिमा अत्री उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर पूर्णिया श्री पार्थ गुप्ता , जिला जनसंपर्क पदाधिकारी दिलीप सरकार, पोषण यूनिसेफ से राघवेंद्र कुमार, राज्य समन्वयक प्रारंभिक बाल्यावस्था विकास शुभम गुप्ता और जिला पोषण समन्वयक पूर्णिया भी मौजूद थे।